बाराबंकी, 20 नवंबर 2025:
एक विवाह समारोह में ऐसा नाटकीय मोड़ आया जिससे दूल्हे का दिल टूट गया और हर कोई हैरानी में पड़ गया। सात फेरे, सिंदूर, जयमाल और रात भर की रस्में पूरी करने के बाद सुबह विदाई का समय आया तो दुल्हन ही गायब हो गई। परिजन रातभर की खुशी भूलकर खोजबीन में जुट गए, लेकिन दुल्हन का कोई पता नहीं लगा। पुलिस को भी कोई सुराग नहीं मिला आखिरकार मायूस दूल्हा बारात संग बिना दुल्हन लौट गया।
दरअसल बंकी कस्बे में रहने वाली युवती की शादी जिले के घुंघटेर इलाके के युवक सुशील से तय हुई थी। तीन महीने पहले रिश्ता पक्का हुआ था। मंगलवार शाम सुशील 11 गाड़ियों और 90 बारातियों के संग बारात लेकर पहुंचा। द्वार पूजा से लेकर जयमाल तक, सब कुछ खुशी-खुशी निपटा। दूल्हा-दुल्हन ने डांस भी किया और परिवार की मौजूदगी में सात फेरे लेकर एक-दूजे का हाथ थाम लिया।
लेकिन बुधवार सुबह विदाई की तैयारी होते ही पासा पलट गया। दुल्हन कहीं दिखाई नहीं दी। सब लोग ये जानकर हक्के-बक्के रह गए। दूल्हा भी इधर-उधर फोन मिलाता रहा। घरवालों ने अपने घर व रिश्तेदारी से लेकर पड़ोस तक तलाश की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। दोपहर तक भी स्थिति जस की तस रही। मजबूर होकर दूल्हा सुशील और उसके पिता ने वधू पक्ष से खर्चे की भरपाई व जेवर वापस करने की बात कही। इसे लेकर पंचायत भी हुई बाद में बंकी पुलिस चौकी को सूचना दी।
सुशील ने बताया कि वह इंटर पास है और दो भाई हैं। शादी के खर्च के लिए उसने अपनी तीन बीघा जमीन 1 लाख 60 हजार रुपये में गिरवी रखी थी, जिससे उसने दुल्हन के जेवर खरीदे। सुशील ने अपने हाथों की मेहंदी में दुल्हन का नाम भी लिखवाया था पुलिस ने कई घंटों तक खोजबीन की लेकिन दुल्हन का कोई सुराग नहीं मिला। थक हारकर वर और उसके पिता बिना दुल्हन बारात वापस लौट गए।






