लखनऊ, 28 नवंबर 2025:
यूपी की राजधानी लखनऊ के वृंदावन कॉलोनी स्थित डिफेंस एक्सपो ग्राउंड में स्काउट और गाइड्स के 19वें राष्ट्रीय सम्मेलन जंबूरी और डायमंड जुबली समारोह के आखिरी दिन की खास मेहमान राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू बनीं। उन्होंने खुली जीप में सवार होकर परेड का निरीक्षण किया और 32 हजार स्काउट-गाइड की सलामी ली। इस मौके पर सांस्कृतिक आयोजनों के साथ साहसिक करतब भी दिखाए गए।

बता दें कि जंबूरी का भव्य शुभारंभ 24 नवंबर सोमवार को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने झंडारोहण के साथ किया था। अपने आगाज से ही ‘जय जंबूरी’ के नारों से गूंज रहा आयोजन स्थल आज आखिरी दिन एक बार फिर उत्साह का महाकुंभ बन गया। राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू को अपने बीच देखकर हजारों युवाओं ने उनका उत्साहपूर्ण स्वागत किया। इस पांच दिवसीय आयोजन में देश-विदेश से आए लगभग 35 हजार प्रतिभागियों ने मिनी भारत की विविध संस्कृति, सभ्यता, अनुशासन और भाईचारे की अनूठी छटा प्रस्तुत की। आज आखिरी दिन मिजोरम के सीएम लाल दुहोमा व राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, सीएम योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने द्रौपदी मुर्मू का स्वागत किया। इस मौके पर उन्हें जंबूरी का शुभांकर भी भेंट किया गया।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत स्काउट गाइड का यह दृश्य देखकर प्रसन्नता हुई है। 25 देशों से 35 हजार युवा आए हैं। ये एक-दूसरे को समझने का मौका है। इससे ज्यादा मेहनत करने की प्रेरणा मिलती है। प्रतिस्पर्धा की भावना के साथ सेवा की भावना मिलती है। स्काउट-गाइड से विश्वनीयता और सेवा का भाव मिलता है। चाहे भूकंप हो, कोई भी आपदा आई हो, सबसे पहले सेवा में आगे खड़े रहते हैं। जब स्काउट-गाइड एक साथ मिलकर ट्रेनिंग लेते हैं, तब सेवा का भाव बढ़ता है।
राष्ट्रपति ने कहा कि देश 2047 के विकसित भारत के लक्ष्य की ओर बढ़ रहा है। 65% जनसंख्या 35 वर्ष की है। सरकार युवाओं को मंच प्रदान करने की पहल कर रही है। स्काउट-गाइड का मतलब है तैयार रहो। इसका मतलब है कि किसी भी स्थिति में तैयार रहना है। मेरा मानना है कि चाहे किसी का मौका हो आपको तैयार रहना होगा। आज पूरा विश्व पर्यावरण की समस्या से जूझ रहा है। इसको संतुलन बनाने के लिए पूरे विश्व को एक साथ पहल करनी होगी। 63 लाख से अधिक स्काउट-गाइड हैं। इसमें 25 लाख से अधिक लड़कियों की संख्या है। उन सभी बेटियों को बधाई देती हूं, जो आगे बढ़कर हिस्सा ले रही हैं
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा पिछले 5 दिनों से प्रदेश की राजधानी लखनऊ ने भारत की युवा ऊर्जा के अनुशासन को, उनके धैर्य को और उनके द्वारा चुनौती को समझने की सामर्थ्य को देखा है। मुझे बहुत अच्छा लगा कि 19वीं जंबूरी उत्तर प्रदेश में हुआ। उत्तर प्रदेश को 61 वर्षों के बाद जंबूरी आयोजित करने का अवसर प्राप्त हुआ। जंबूरी ने प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ को याद दिला दिया। युवाओं ने ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ के कार्यक्रमों से जुड़कर प्रधानमंत्री के ‘विकसित भारत’ की संकल्पना को राष्ट्रीय जम्बूरी के माध्यम से आगे बढ़ाने का कार्य किया है।






