लखनऊ, 8 दिसंबर 2025 :
टीएमसी सांसद और पूर्व भारतीय क्रिकेटर यूसुफ पठान रविवार को अपने परिवार के साथ उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ पहुंचे, जहां उन्होंने शहर की ऐतिहासिक इमारतों और सांस्कृतिक धरोहर का नजदीक से अनुभव लिया। पठान ने छोटा इमामबाड़ा, बड़ा इमामबाड़ा और टीले वाली मस्जिद सहित कई प्रसिद्ध जगहों का दौरा किया। उन्होंने कहा कि लखनऊ के बारे में जितना पढ़ा और सुना था, असल में शहर उससे कहीं अधिक खूबसूरत और दिलचस्प है।

इस दौरान यूसुफ पठान की मुलाकात नवाबीन-ए-अवध नवाब मसूद अब्दुल्लाह, टीले वाली मस्जिद के इमाम मौलाना फजलुल मन्नान और अन्य धार्मिक व सामाजिक हस्तियों से भी हुई। नवाब मसूद अब्दुल्लाह ने बताया कि पठान ने लखनऊ की तहज़ीब, संस्कृति और नवाबी दौर के इतिहास को समझने में विशेष रुचि दिखाई। बातचीत के दौरान शहर के खानपान, चिकनकारी और पुरानी रिवायतों पर भी विस्तार से चर्चा हुई।
यूसुफ पठान को बताया गया कि नवाब आसिफ-उद-दौला समेत अन्य नवाबों के समय में किस तरह शहर की पहचान बनी और इमामबाड़ों व ऐतिहासिक इमारतों के निर्माण के पीछे कौन-सी कहानियां हैं। उन्होंने बड़े ध्यान से इन रोचक जानकारियों को सुना और कहा कि इस शहर की वास्तुकला और इतिहास में एक अलग ही अदब और नफासत है।

लखनऊ सैर के दौरान यूसुफ पठान ने लखनवी खाने के मशहूर जायकों का स्वाद लिया और उन्हें काफी पसंद भी किया। इसके साथ ही उन्होंने चिकनकारी के कपड़ों की खरीदारी की और कहा कि लखनऊ की नफीस कारीगरी वाकई दुनिया में अपनी मिसाल खुद है। ऐतिहासिक धरोहरों को करीब से देखने पर उन्होंने शहर की खूबसूरती की खुलकर तारीफ की।
नवाब मसूद अब्दुल्लाह और अन्य लोगों से बातचीत में यूसुफ पठान ने कहा कि अलग-अलग शहरों और राज्यों को घूमने से भारत की विविध संस्कृतियों को समझने का मौका मिलता है। उन्होंने लखनऊ को मोहब्बत, भाईचारे और गंगा-जमुनी तहज़ीब की असली पहचान बताया। पठान ने कहा कि यहां के लोग बेहद अपनापन देने वाले और दिल से जुड़े हुए हैं, जो इस शहर को और भी खास बनाता है।






