गोरखपुर, 11 दिसंबर 2025:
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर प्रवास के दौरान लगातार दूसरे दिन गुरुवार को गोरखनाथ मंदिर में आयोजित जनता दर्शन में लोगों से मुलाकात की। जनसमस्याओं को नजदीक से सुनने और त्वरित समाधान सुनिश्चित करने के उद्देश्य से आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने करीब 300 लोगों की फरियादें सुनीं। महंत दिग्विजयनाथ स्मृति भवन के सभागर में बैठे लोगों तक स्वयं पहुंचकर सीएम ने एक-एक कर उनकी समस्याएं सुनीं। प्रार्थना-पत्र लिए तथा अधिकारियों को निस्तारण के निर्देश दिए।
जनता दर्शन में आवास की समस्या लेकर आई एक महिला को मुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया कि उसे प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पक्का घर अवश्य उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने मौके पर मौजूद प्रशासनिक अधिकारियों से कहा कि सरकार की मंशा है कि प्रदेश का कोई भी जरूरतमंद बिना पक्के मकान के न रहे। उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि आवास से जुड़ी हर पात्रता की जांच गंभीरता और संवेदनशीलता के साथ की जाए।

मुख्यमंत्री ने गंभीर बीमारियों से जूझ रहे लोगों की समस्याओं को भी प्राथमिकता से सुना। एक महिला ने अपने पति के इलाज के लिए आर्थिक सहायता की गुहार लगाई। इस पर मुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया कि धन के अभाव में किसी का उपचार रुकने नहीं दिया जाएगा। उन्होंने विवेकाधीन कोष से तुरंत आर्थिक सहायता सुनिश्चित करने के आदेश दिए। इलाज के लिए सहायता मांगने वाले अन्य कई लोगों को भी मुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया कि सरकार उनके साथ खड़ी है। अधिकारियों को निर्देशित करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसे सभी मामलों में उच्चस्तरीय इलाज का इस्टीमेट जल्द से जल्द तैयार कराकर सरकार तक भेजा जाए ताकि धनराशि तुरंत जारी की जा सके।
जमीन कब्जे से संबंधित शिकायतों पर भी मुख्यमंत्री ने सख्त रुख दिखाया। एक महिला ने बताया कि कुछ लोग उसकी ही भूमि पर कब्जा जमाने का प्रयास कर रहे हैं। इस पर सीएम ने स्पष्ट निर्देश दिए कि उसे उसकी जमीन पर कब्जा दिलाया जाए। कोई भी दबंग किसी की संपत्ति पर जबरन कब्जा करने का प्रयास करे तो पुलिस कठोर कार्रवाई करे। मुख्यमंत्री ने कहा कि कानून व्यवस्था और संपत्ति सुरक्षा में किसी प्रकार की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
सीएम योगी ने अधिकारियों को चेताया कि किसी पात्र व्यक्ति को सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पाने में यदि किसी प्रकार की बाधा आ रही है तो इसकी जांच अवश्य की जाए। उन्होंने कहा कि लापरवाही या उदासीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। शासन की नीतियों और जनकल्याण योजनाओं का उद्देश्य समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति तक लाभ पहुंचाना है। इसके लिए प्रशासन को संवेदनशीलता और त्वरित कार्रवाई दोनों दिखानी होंगी।
गोरखनाथ मंदिर में आयोजित यह जनता दर्शन कार्यक्रम एक बार फिर जनता और सरकार के बीच सीधे संवाद का माध्यम बना। इसमें मुख्यमंत्री ने उपलब्ध योजनाओं और सरकारी संबल को जरूरतमंदों तक पहुंचाने का पुनः संकल्प दोहराया।






