गोरखपुर, 25 अगस्त
गोरखपुर: नेपाल में हुए बस हादसे में सुरक्षित सभी 48 यात्रियों को सोनौली बॉर्डर के रास्ते गोरखपुर लाया गया। जिला प्रशासन की टीम सभी को सकुशल लेकर गोरखपुर पहुंची। सुरक्षित बचे यात्रियों ने जिला प्रशासन, भारत सरकार और नेपाल सरकार का शुक्रिया अदा किया।
बता दें, श्रद्धालुओं से भरी एक बस के नदी में पलटने से 28 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। मौत की खबर से महाराष्ट्र में हाहाकार मच गया था। प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने हर संभव मदद की।
कैसे हुई घटना?
दरअसल, महाराष्ट्र के भुसावल निवासी के रहने वाले 92 श्रद्धालु उत्तर प्रदेश और पड़ोसी देश नेपाल में धार्मिक स्थलों के भ्रमण पर निकले थे। प्रयागराज से श्रद्धालु पहले चित्रकूट और अयोध्या गए। उसके बाद नेपाल के पशुपतिनाथ दर्शन करने निकल गए। गोरखपुर की एक ट्रैवल एजेंसी से श्रद्धालुओं ने बस किराए पर लिया था। भारत से नेपाल पहुंची एक बस काठमांडू पहुंचने से पहले ही दुर्घटनाग्रस्त हो गई। हादसे में बस के ड्राइवर, खलासी सहित 28 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। मौत की खबर आते ही महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में हाहाकार मच गया। महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश सरकार ने अपनी-अपनी टीमों को नेपाल भेजा। राहत और बचाव कार्य में अहम भूमिका निभाई। मौके पर पहुंची टीम ने मृतक के परिजनों से बात की और सांत्वना दिया।
योगी सरकार रही पल-पल साथ
बस दुर्घटना के ठीक बाद उत्तर प्रदेश की योगी सरकार हरकत में आई। नेपाल से सटे महाराजगंज जिले से कुछ अधिकारियों को घटनास्थल के लिए रवाना किया। पल-पल की अपडेट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अधिकारियों ने दी। सुरक्षित 48 श्रद्धालुओं को लेकर एक बस गोरखपुर पहुंची। यूपी सरकार ने सभी के लिए खाने-पीने की व्यवस्था की। रेलवे स्टेशन तक जाने और एलटीटी ट्रेन में एक स्पेशल बोगी की व्यवस्था की गई। ट्रेन में बैठने से लेकर सभी के भोजन आदि का प्रबंध किया गया।
महाराष्ट्र सरकार मंगवा चुकी है 26 शव
गोरखपुर पहुंचे श्रद्धालुओं के चेहरे पर हादसे का खौफ अब भी देखा जा सकता था। घटनास्थल का नजारा अब भी उनकी आंखों में तैर रहा था। बार-बार श्रद्धालु कहते नजर आए, कि हमें तत्काल घर भेजने की व्यवस्था की जाए। महाराष्ट्र सरकार 26 मृतकों के शव पहले ही हवाई मार्ग के द्वारा नेपाल से मंगवा चुकी है। अब सुरक्षित बचे सभी 48 श्रद्धालुओं को ट्रेन से उनके घर भेजा गया।
मीडिया से किया दर्द बयां
गोरखपुर पहुंचे श्रद्धालुओं से जब मीडिया ने बात की, तो उनका दर्द सामने आया। एक व्यक्ति ने अपने परिवार के पांच लोगों को खो दिया था। कैमरे के सामने घटनास्थल का नजारा बयां करते हुए एक शख्स ने बताया, ‘नेपाल सरकार ने हमारी बहुत मदद की। उसकी जितनी तारीफ करें वह काम है। शव को तत्काल निकालने, हेलीकॉप्टर से घायलों को अस्पताल पहुंचाने सहित अन्य तरह की सुविधाएं, नेपाल सरकार ने हमारी मदद बेहतर तरीके से की। भारत सरकार ने भी बहुत मदद की। कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। खासकर, उत्तर प्रदेश की सरकार और उनके अधिकारी लगातार हमारे संपर्क में रहे। भारत में प्रवेश के बाद हमें किसी तरह की कोई कठिनाई न हो, उसका विशेष ख्याल रखा। हम उत्तर प्रदेश की योगी सरकार का आभार व्यक्त करते हैं। उत्तर प्रदेश सरकार, महाराष्ट्र सरकार और भारत सरकार ने हर संभव मदद की।’
इस दौरान गोरखपुर ग्रामीण के विधायक विपिन सिंह, गोरखपुर महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव, बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष एमएलसी डॉ. धर्मेंद्र सिंह, महानगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता, बीजेपी के तमाम पदाधिकारी श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए मौजूद रहे।