बिजनेस डेस्क, 18 दिसंबर 2025 :
काजू प्रोसेसिंग कंपनी पाजसोन एग्रो इंडिया (Pajson Agro India) ने आज बीएसई एसएमई प्लेटफार्म पर शेयर बाजार में कदम रखा। कंपनी का शेयर आईपीओ प्राइस 118 रुपये के मुकाबले 124 रुपये पर लिस्ट हुआ, जिससे निवेशकों को करीब 5.08 प्रतिशत का शुरुआती मुनाफा मिला। हालांकि लिस्टिंग के कुछ समय बाद शेयर में हल्की गिरावट देखने को मिली और यह 122.55 रुपये पर आ गया। इसके बावजूद आईपीओ निवेशक करीब 3.86 प्रतिशत के लाभ में बने रहे।
सब्सक्रिप्शन ने दिखाया निवेशकों का भरोसा
पाजसोन एग्रो का 74.45 करोड रुपये का आईपीओ 11 से 15 दिसंबर के बीच सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था। इस इश्यू को निवेशकों से अच्छा रिस्पांस मिला और कुल मिलाकर यह 6.50 गुना सब्सक्राइब हुआ। क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स के लिए आरक्षित हिस्सा 10.92 गुना भरा, जबकि नॉन इंस्टीट्यूशनल निवेशकों का कोटा 6.86 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 3.85 गुना सब्सक्राइब हुआ। आईपीओ के तहत 10 रुपये फेस वैल्यू वाले 63,09,600 नए शेयर जारी किए गए।

आईपीओ की रकम कहां होगी इस्तेमाल
आईपीओ से जुटाई गई राशि में से 57 करोड रुपये आंध्र प्रदेश के विजियानगरम में दूसरी काजू प्रोसेसिंग यूनिट लगाने पर खर्च किए जाएंगे। शेष रकम का उपयोग कंपनी सामान्य कारोबारी जरूरतों और अन्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए करेगी। नई यूनिट के जरिए कंपनी अपनी उत्पादन क्षमता बढ़ाने और मांग को बेहतर तरीके से पूरा करने की तैयारी में है।
काजू कारोबार में मजबूत पकड़
वर्ष 2021 में स्थापित पाजसोन एग्रो इंडिया कच्चे काजू को प्रोसेस कर काजू गिरी तैयार करती है और इन्हें घरेलू व विदेशी बाजारों में सप्लाई करती है। कंपनी अपने व्हाइट लेबल ब्रांड रॉयल मेवा के तहत ड्राई फ्रूट्स की खुदरा और थोक बिक्री करती है। इसके साथ ही यह काजू के छिलके और भूसी को उद्योगों और खेतों के लिए बेचती है। कंपनी का कारोबार देश के 18 राज्यों और 3 केंद्र शासित प्रदेशों में फैला हुआ है। इसका मुख्य प्रोसेसिंग प्लांट आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में स्थित है।
मुनाफे में आया जबरदस्त उछाल
कंपनी की वित्तीय स्थिति बीते कुछ वर्षों में लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2023 में जहां कंपनी को केवल 2 लाख रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था, वहीं वित्त वर्ष 2024 में यह बढ़कर 3.35 करोड रुपये और वित्त वर्ष 2025 में 20.42 करोड रुपये तक पहुंच गया। इसी दौरान कंपनी की कुल आय सालाना 36 प्रतिशत से अधिक की दर से बढ़कर 187.28 करोड रुपये हो गई। चालू वित्त वर्ष 2026 की पहली छमाही में ही कंपनी 14.20 करोड रुपये का शुद्ध लाभ और 118.37 करोड रुपये की आय हासिल कर चुकी है। सितंबर 2025 के अंत तक कंपनी पर कुल कर्ज 40.04 करोड रुपये था, जबकि रिजर्व और सरप्लस 40.90 करोड रुपये रहा।






