लखनऊ, 20 दिसंबर 2025:
उत्तर प्रदेश में आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना तेज़ी से आम लोगों तक पहुंच रही है। सरकार की कोशिश है कि कोई भी पात्र गरीब परिवार इलाज से वंचित न रहे। इसी का नतीजा है कि प्रदेश में 9 करोड़ लक्षित लाभार्थियों में से अब तक 5 करोड़ 42 लाख 13 हजार 534 आयुष्मान कार्ड जारी किए जा चुके हैं।
योगी सरकार के निर्देशों के बाद आयुष्मान कार्ड बनाने की प्रक्रिया में तेजी आई है और अब लोग आसानी से मुफ्त में कार्ड बनवा पा रहे हैं। आयुष्मान भारत योजना के तहत पात्र परिवारों को हर साल 5 लाख रुपये तक का मुफ्त और कैशलेस इलाज मिल रहा है। यह सुविधा सरकारी अस्पतालों के साथ-साथ सूचीबद्ध निजी अस्पतालों में भी उपलब्ध है।
अब तक प्रदेश में 74.4 लाख से ज्यादा मरीजों का इलाज इस योजना के तहत हो चुका है और 12,283 करोड़ रुपये से अधिक के इलाज के क्लेम सेटल किए जा चुके हैं। इससे गंभीर बीमारियों से जूझ रहे लाखों परिवारों को बड़ी राहत मिली है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को साफ निर्देश दिए हैं कि आयुष्मान कार्ड बनाने में किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसी वजह से अब कार्ड बनाने की प्रक्रिया पूरी तरह मुफ्त, सरल और पारदर्शी हो गई है। लोगों को अब बार-बार सरकारी दफ्तरों के चक्कर नहीं लगाने पड़ रहे हैं और गांव-गांव में कैंप लगाकर कार्ड बनाए जा रहे हैं।
सरकार का लक्ष्य है कि योजना का फायदा समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे। आयुष्मान कार्ड ने गरीब, मजदूर, बुजुर्ग और जरूरतमंद परिवारों को इलाज के लिए कर्ज लेने या जमीन बेचने जैसी मजबूरी से राहत दी है। सरकार का दावा है कि आने वाले समय में शेष पात्र लाभार्थियों को भी जल्द आयुष्मान कार्ड उपलब्ध करा दिए जाएंगे।






