Lucknow CityNational

नौकरी नहीं, नवाचार चुना : UP के संतकबीरनगर की रमा रानी वर्मा बनीं आत्मनिर्भरता की मिसाल

कंप्यूटर साइंस से बी-टेक करने के बाद स्वरोजगार को चुना, मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान से मिला 3.5 लाख का लोन, शुरू किया कॉस्मेटिक्स एंड आर्टिफिशियल ज्वेलरी मेकिंग का व्यवसाय

लखनऊ, 23 दिसंबर 2025:

यूपी सरकार के मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान ने प्रदेश के युवाओं को आत्मनिर्भर बनने की नई दिशा दी है। इसी अभियान के तहत संतकबीरनगर जिले की रमा रानी वर्मा ने अपनी मेहनत और सरकार के सहयोग से उद्यमिता की एक प्रेरक कहानी लिखी है। औद्योगिक नगर खलीलाबाद के मुखलिसपुर रोड की निवासी रमा रानी वर्मा ने बी-टेक (कंप्यूटर साइंस) की पढ़ाई की है।

पढ़ाई पूरी करने के बाद वह नौकरी की पारंपरिक राह पर चल सकती थीं लेकिन रमा रानी वर्मा ने जोखिम उठाते हुए खुद का व्यवसाय शुरू करने का फैसला किया। उनका मानना था कि यदि सरकार का सही मार्गदर्शन और सहयोग मिले तो युवा न केवल स्वयं का रोजगार खड़ा कर सकते हैं बल्कि दूसरों को भी रोजगार दे सकते हैं।

WhatsApp Image 2025-12-23 at 5.02.48 PM

मुख्यमंत्री योगी के नेतृत्व में संचालित मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान ने उनके इस सपने को साकार करने में अहम भूमिका निभाई। योजना के अंतर्गत रमा रानी वर्मा को 3.5 लाख रुपये का ऋण प्राप्त हुआ। यह सहायता उनके लिए सिर्फ आर्थिक मदद नहीं, बल्कि आत्मविश्वास की वह पूंजी थी, जिसने उन्हें आगे बढ़ने का हौसला दिया।

इस सहयोग से उन्होंने खलीलाबाद में ‘नैना कॉस्मेटिक्स एंड आर्टिफिशियल ज्वेलरी मेकिंग’ नाम से अपनी इकाई शुरू की। यहां वे कॉस्मेटिक और आर्टिफिशियल ज्वेलरी का निर्माण और बिक्री कर रही हैं। खास बात यह है कि यह पूरा कार्य स्थानीय स्तर पर परिवार के सहयोग से किया जा रहा है। घर से शुरू हुआ यह उद्यम अब एक व्यवस्थित व्यवसाय का रूप ले रहा है। इससे न केवल उनकी आय बढ़ी है बल्कि परिवार की आर्थिक स्थिति भी मजबूत हुई है।

रमा रानी वर्मा की सफलता योगी सरकार के ‘लोकल से ग्लोबल’ विजन को भी साकार करती है। स्थानीय संसाधनों के उपयोग से स्थानीय स्तर पर उत्पादन और रोजगार सृजन इस मॉडल की सबसे बड़ी ताकत है। मुख्यमंत्री योगी का स्पष्ट दृष्टिकोण है कि जब प्रदेश का युवा सशक्त होगा तभी उत्तर प्रदेश देश की अर्थव्यवस्था में अग्रणी भूमिका निभा सकेगा।

रमा रानी बताती हैं कि योजना की प्रक्रिया सरल और पारदर्शी रही तथा उन्हें समय पर ऋण प्राप्त हुआ। किसी प्रकार की अनावश्यक परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा। आज वे न केवल आत्मनिर्भर हैं, बल्कि खासकर महिलाओं और युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बन चुकी हैं। उनकी यह सफलता इस बात का प्रमाण है कि मजबूत नेतृत्व और स्पष्ट नीतियों के साथ आम परिवार की बेटी भी उद्यमिता की ऊंचाइयों तक पहुंच सकती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button