देहरादून, 25 दिसंबर 2025:
उत्तराखंड में इस बार दिसंबर का महीना कड़ाके की सूखी ठंड और शीतलहर के प्रकोप के साथ बीत रहा है। राज्य में सामान्य से काफी कम बारिश होने और बर्फबारी की अनुपस्थिति से ठंड रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच रही है। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार 1 अक्टूबर से 25 दिसंबर तक उत्तराखंड में बेहद कम बारिश दर्ज की गई है। इससे ठंड और भी तेज हो गई है।
बारिश और बर्फबारी नहीं होने की वजह से उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़ और टिहरी जैसे पर्वतीय क्षेत्रों में तापमान लगातार गिर रहा है। मैदानी जिलों में कोहरे की चादर बिछ गई है। सड़कें धुंध में लिपटी हुई हैं। दृश्यता बेहद कम होने से सड़क हादसों की आशंका बढ़ गई है। किसानों को भी पाले और कड़ाके की ठंड के बीच फसलों को बचाने की चुनौती का सामना करना पड़ रहा है।

मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए 25 से 27 दिसंबर तक ऑरेंज अलर्ट घोषित किया है। मौसम अपडेट के मुताबिक उधमसिंह नगर, नैनीताल, चंपावत, देहरादून, पौड़ी और हरिद्वार में घना कोहरा और शीतलहर का असर सबसे ज्यादा रहने की संभावना है। इन क्षेत्रों में पाला जमने, कम दृश्यता और कड़ाके की ठंड को लेकर लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
मैदानी जिलों में भीषण शीतलहर की चेतावनी के साथ 26 और 27 दिसंबर को भी मौसम में किसी तरह के सुधार की उम्मीद नहीं है। विशेषज्ञों का कहना है कि यदि पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय नहीं हुआ तो आने वाले दिनों में स्थिति और गंभीर हो सकती है। नए साल में भी ठंड का दौर लंबे समय तक खिंच सकता है।
लोगों को सलाह दी गई है कि वे सुबह-शाम बाहर निकलते समय शरीर को अच्छी तरह ढकें, वाहन चलाते समय हेडलाइट और फॉग लैंप का इस्तेमाल करें और बेवजह यात्रा से बचें।





