खेल डेस्क, 27 दिसंबर 2025 :
रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे स्टार खिलाड़ियों की एंंट्री ने 2025 की विजय हजारे ट्रॉफी को खास बना दिया है। इसमें आईपीएल जैसी चमक-दमक तो नहीं है, लेकिन यह टूर्नामेंट भारत की घरेलू वनडे क्रिकेट की रीढ़ माना जाता है। इन दिग्गज खिलाड़ियों की मौजूदगी से फैंस यह जानने को उत्सुक हैं कि घरेलू मुकाबलों में खेलने के लिए बीसीसीआई उन्हें कितनी सैलरी देती है।
स्टार वैल्यू से नहीं, नियम से होता है फीस का भुगतान
विराट और रोहित दोनों ही बीसीसीआई के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्टेड खिलाड़ी हैं और आईपीएल में करोड़ों कमाते हैं। लेकिन विजय हजारे ट्रॉफी में खिलाड़ियों को उनके अनुभव के आधार पर ही पेमेंट मिलता है, न कि स्टार पावर के हिसाब से। यहां कोई ऑक्शन नहीं होता और मैच फीस का पैमाना पूरी तरह निर्धारित नियमों पर आधारित होता है।
अनुभव के आधार पर बनती हैं तीन कैटेगरी
बीसीसीआई ने इस सीजन के लिए खिलाड़ियों की सैलरी को तीन श्रेणियों में बांटा है: सीनियर (40+ लिस्ट-ए मैच): प्लेइंग इलेवन में 60,000 रुपये, रिजर्व खिलाड़ी 30,000 रुपये। मिड-लेवल (21–40 मैच): प्लेइंग इलेवन 50,000 रुपये, रिजर्व 25,000 रुपये और जूनियर (0–20 मैच): प्लेइंग इलेवन 40,000 रुपये, रिजर्व 20,000 रुपये दिए जाते हैं। इस हिसाब से विराट और रोहित सीनियर कैटेगरी में आते हैं।

कितनी होती है विराट-रोहित की कमाई?
विराट कोहली (दिल्ली) और रोहित शर्मा (मुंबई) ने अब तक दो-दो मैच खेले हैं। सीनियर कैटेगरी के नियम के अनुसार, उन्हें प्रति मैच 60,000 रुपये मिलते हैं। इस तरह दोनों ने कुल 1,20,000 रुपये की कमाई कर ली है। तुलना करें तो एक अंतरराष्ट्रीय वनडे मैच में उन्हें लगभग छह लाख रुपये मिलते हैं। इससे घरेलू और अंतरराष्ट्रीय मैच फीस में बड़ा फर्क दिखाई देता है।
मैच फीस के अलावा क्या मिलता है लाभ?
विजय हजारे ट्रॉफी में खिलाड़ी केवल मैच फीस तक ही सीमित नहीं रहते। उन्हें डेली अलाउंस भी मिलता है, जिसमें यात्रा, ठहरने और भोजन के खर्च शामिल हैं। इसके अलावा परफॉर्मेंस बोनस भी दिया जाता है, जैसे मैन ऑफ द मैच बनने पर आमतौर पर 10,000 रुपये। नॉकआउट और फाइनल में पहुंचने वाली टीमों को प्राइज मनी भी मिलती है। अच्छे प्रदर्शन से खिलाड़ी अपनी कुल कमाई बढ़ा सकते हैं।
बीसीसीआई के नियम सभी खिलाड़ियों के लिए समान
विराट और रोहित ने इस टूर्नामेंट में अब तक शानदार खेल दिखाया है। उनके प्रदर्शन से न केवल टीम को फायदा हुआ है, बल्कि मैच फीस और बोनस के जरिए उनकी कमाई भी बढ़ सकती है। बीसीसीआई के नियम सभी खिलाड़ियों के लिए समान हैं, जिससे अनुभवी और नए खिलाड़ी दोनों ही अपने प्रदर्शन के आधार पर इनाम हासिल कर सकते हैं।






