
जबलपुर, 28 अप्रैल 2025
जबलपुर जिले के मझगवां थाना अंतर्गत खगामऊ गांव में अपने घर के पास एक विवाह स्थल पर जाते समय चार वर्षीय बालिका के साथ दुष्कर्म किया गया। मामले में पुलिस ने बताया कि परिवार के पुरुष सदस्य पहले ही विवाह स्थल के लिए निकल चुके थे।
जांच अधिकारी धन्नू सिंह ने मीडिया को बताया, कि “शनिवार (26 अप्रैल) को शाम करीब 7.30 बजे कपड़े पहनने के बाद बच्ची अपने पिता और भाई-बहनों के पास जाने के लिए खेल-खेल में खुद ही कार्यक्रम स्थल की ओर भाग गई। बाद में उसकी मां भी चली गई। इससे अज्ञात अपराधी को बीच रास्ते में ही इस जघन्य अपराध को अंजाम देने का मौका मिल गया।” बाद में, जब मां और अन्य महिला सदस्य विवाह स्थल पर पहुंचीं और उन्हें पता चला कि बच्ची गायब है, तो उन्होंने उसकी तलाश शुरू कर दी।
मामले में पुलिस अधिकारी ने बताया कि कुछ घंटों के बाद एक महिला कर्मचारी ने सड़क किनारे लड़की को देखा, जो काफी भयभीत थी और बेकाबू होकर रो रही थी। अधिकारी ने आगे बताया, “माँ उसे घर ले गई, जहाँ उसके कपड़ों पर खून के धब्बे देखे गए, जिसके बाद उसकी माँ पुलिस स्टेशन पहुँची। देरी के कारण, क्योंकि उस समय पुलिस स्टेशन में कोई महिला पुलिस अधिकारी नहीं थी, 27 अप्रैल की सुबह आधिकारिक तौर पर भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 137 (2), 64 और 65 (2) और पोक्सो अधिनियम की धारा 5 और 6 के तहत रिपोर्ट दर्ज की गई।” उन्होंने आगे बताया कि मेडिकल जांच में मासूम बच्ची पर “यौन उत्पीड़न” की पुष्टि हुई है।
बीएनएस और पोक्सो (यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण अधिनियम) की ये धाराएं बच्चों के अपहरण, बलात्कार और यौन उत्पीड़न से संबंधित हैं। शिकायत के बाद पुलिस ने जांच शुरू की और पूछताछ के लिए कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया। अधिकारी ने बताया कि बच्ची को मेडिकल जांच और इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्होंने आगे कहा, “गवाहों ने बताया कि उन्होंने बच्ची को शादी स्थल की ओर जाते हुए देखा था, जिससे संदेह हुआ कि आरोपी शादी में आए मेहमानों में से एक हो सकता है। अपराधी ने बच्ची का अपहरण किया, उसे एक सुनसान जगह पर ले गया, अपराध किया और अंधेरे का फायदा उठाकर भाग निकला।” पुलिस आरोपियों की पहचान करने और उन्हें पकड़ने के लिए प्रयास जारी रखे हुए है तथा जांच जारी है।






