पंकज
काकोरी (लखनऊ), 28 दिसंबर 2025:
पारा थाना क्षेत्र के आरडीएसओ ओवरब्रिज पर हुए सड़क हादसे में अधिवक्ता चांद बाबू सैनी उर्फ लालू सैनी की मौत का मामला अब नया मोड़ ले चुका है। मृतक की बड़ी बहन और अधिवक्ता मिथिलेश सैनी की तहरीर पर पुलिस ने साजिश के तहत हत्या मानते हुए नौ नामजद आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
मोहान रोड आलमनगर स्थित दुर्गा मंदिर के सामने रहने वालीं मिथिलेश सैनी के मुताबिक 20 दिसंबर की शाम करीब छह बजे चांद बाबू घर पर मौजूद थे। इसी दौरान आशू द्विवेदी ने फोन कर उन्हें मंदिर के पास बुलाया। चांद बाबू कुछ देर में लौटने की बात कहकर बिना किसी वाहन के घर से निकले थे। रात करीब आठ बजे दुर्गा मंदिर के पुजारी नन्हू ने छोटे भाई लवकुश सैनी को फोन कर बताया कि चांद बाबू का एक्सीडेंट हो गया है। इसके कुछ देर बाद आशू द्विवेदी का भी फोन आया और परिजनों को तुरंत रानी लक्ष्मीबाई अस्पताल, राजाजीपुरम पहुंचने को कहा गया।
अस्पताल पहुंचने पर आशू द्विवेदी गेट पर खड़ा मिला। अंदर जाकर जानकारी करने पर पता चला कि चांद बाबू की मौत हो चुकी है। मिथिलेश सैनी का आरोप है कि उनके भाई का जमीन से जुड़ा विवाद न्यायालय में चल रहा है। इसी रंजिश में योजनाबद्ध तरीके से उनकी हत्या की गई और उसे सड़क हादसे का रूप दिया गया।
इंस्पेक्टर सुरेश सिंह ने बताया कि पीड़िता की शिकायत पर स्कोडा कार चालक गौरव जैन, वाहन मालिक गगन जैन, आशू द्विवेदी, सर्वेश सैनी, उसकी दो बहनें नीलम सैनी और पूनम सैनी, भांजी शिवांगी सैनी, उनकी पत्नी नीलम सैनी और बेटे शौर्य सैनी के खिलाफ साजिश के तहत हत्या कराने की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई है। पुलिस हादसे वाली जगह और आसपास के रास्तों पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है। अधिकारियों का कहना है कि सभी साक्ष्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।






