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नए साल पर पूजन-दर्शन की होड़…अयोध्या व काशी में उमड़ा आस्था का सैलाब, लंबी लाइनें लगीं

मंदिरों की ओर जाने वाले रास्तों पर पैर रखने की जगह नहीं बची है। प्रशासन ने भीड़ नियंत्रण के लिए सख्त इंतजाम किए हैं, VIP दर्शन पर लगाई गई रोक

अयोध्या/वाराणसी, 30 दिसंबर 2025:

नए साल 2026 में अब सिर्फ दो दिन बचे हैं। इससे पहले भगवान के दर्शन कर साल की शुरुआत करने की चाह में अयोध्या और काशी में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी है। मंदिरों की ओर जाने वाले रास्तों पर पैर रखने की जगह नहीं बची है। प्रशासन ने भीड़ नियंत्रण के लिए सख्त इंतजाम किए हैं, वहीं VIP दर्शन पर रोक लगा दी गई है।

अयोध्या में राम मंदिर में भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की दूसरी वर्षगांठ मनाई जा रही है। 31 दिसंबर को विशेष धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन होंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के भी अयोध्या पहुंचने का कार्यक्रम है। नए साल से पहले दर्शन के लिए अयोध्या में भीड़ लगातार बढ़ रही है। प्रशासन के अनुमान के मुताबिक करीब 5 लाख श्रद्धालु अयोध्या पहुंच सकते हैं। राम मंदिर और हनुमानगढ़ी में दर्शन के लिए 3 से 4 किलोमीटर लंबी कतारें लग रही हैं।

इस बार अयोध्या में कर्नाटक से लाई गई सोने की राम मूर्ति श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। करीब 500 किलो वजनी इस प्रतिमा की कीमत लगभग 30 करोड़ रुपये बताई जा रही है। हीरे और माणिक से सजी इस मूर्ति के दर्शन के लिए बड़ी संख्या में भक्त पहुंच रहे हैं।

अयोध्या में रामलला की आरती और दर्शन के लिए जारी किए गए ऑनलाइन पास पूरी तरह बुक हो चुके हैं। VIP दर्शन पर रोक लगा दी गई है। ठंड को देखते हुए दर्शन मार्गों पर गैस हीटर लगाए गए हैं। दर्शन के समय में कोई बदलाव नहीं किया गया है, लेकिन 5 सेकेंड के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को 2 से 3 घंटे तक इंतजार करना पड़ रहा है। प्रशासन ने शहर के अंदर वाहनों की एंट्री पर रोक लगाई है और 36 पार्किंग स्थल बनाए गए हैं।

इधर वाराणसी में नए साल से पहले बाबा काशी विश्वनाथ स्वर्ण दर्शन देंगे। इसी वजह से देशभर से श्रद्धालु काशी पहुंच रहे हैं। मंदिर प्रशासन ने 3 जनवरी तक गर्भगृह में स्पर्श दर्शन पर पूरी तरह रोक लगा दी है। VIP प्रोटोकॉल से दर्शन भी बंद कर दिए गए हैं। श्रद्धालुओं को जिक जैक लाइन से दर्शन कराए जा रहे हैं। बाबा के दर्शन में औसतन 4 से 5 घंटे का समय लग रहा है। मंदिर परिसर में लाकर सुविधा अस्थायी रूप से बंद है और किसी भी तरह का सामान अंदर ले जाने की अनुमति नहीं है। केवल गंगाजल ले जाने की छूट दी गई है।

मंदिर प्रशासन के अनुसार नए साल के दौरान करीब 6 लाख श्रद्धालुओं के वाराणसी पहुंचने का अनुमान है। सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन के लिए CCTV से निगरानी की जा रही है। मंदिर की ओर जाने वाले अधिकांश रास्तों पर वाहनों की आवाजाही बंद है और श्रद्धालुओं को पैदल ही जाना पड़ रहा है। वाराणसी में होटल और होम स्टे का किराया 20 से 30 प्रतिशत तक बढ़ गया है। गंगा घाट के पास स्थित होटलों की सबसे ज्यादा मांग है। सामान्य दिनों में सस्ते में मिलने वाले होम स्टे अब दोगुने दाम पर बुक हो रहे हैं।

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