लखनऊ, 28 मई 2025:
आम आदमी पार्टी (AAP) के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने बुधवार को लखनऊ में एक प्रेसवार्ता में यूपी की कानून व्यवस्था और केंद्र सरकार की नीतियों पर तीखा हमला बोला। उन्होंने हाल ही में आगरा में 5 साल की बच्ची से दुष्कर्म और सहारनपुर में छेड़छाड़ से तंग आकर लड़की द्वारा ज़हर खाने जैसी घटनाओं को योगी सरकार के महिला सुरक्षा दावों की पोल बताया।
उन्होंने अलीगढ़ में 25 मई को गौमांस के झूठे आरोप में चार लोगों की पिटाई को ‘गुंडागर्दी’ करार देते हुए सवाल उठाया कि “गौ रक्षा के नाम पर लोगों को पीटने का लाइसेंस किसने दिया?” संजय सिंह ने फास्ट-ट्रैक कोर्ट की मांग करते हुए कहा कि अपराधियों को सख्त सजा दी जानी चाहिए ताकि कानून का डर बना रहे।
केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए संजय सिंह ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को ‘ऑपरेशन वोटबैंक’ बताया और कहा कि प्रधानमंत्री रैलियों में लफ्फाजी और कपड़े बदलने में व्यस्त हैं, जबकि पहलगाम हमले की पीड़ित महिलाओं से मिलने का समय नहीं निकाल पा रहे। उन्होंने सवाल किया कि हमलावर पहलगाम में घुसे कैसे, अभी तक मारे क्यों नहीं गए, और सीज़फायर ट्रंप के दबाव में क्यों घोषित किया गया?
उन्होंने भारत को चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बताने के दावे को “झूठा प्रचार” कहा और तर्क दिया कि नीति आयोग ने भी इसे केवल एक “संभावना” बताया है, न कि वर्तमान सच्चाई। संजय सिंह ने कहा कि जब तक प्रति व्यक्ति आय नहीं बढ़ेगी, जनता को कोई राहत नहीं मिलेगी।
AAP नेता ने मोदी सरकार पर देश को ₹181 लाख करोड़ के कर्ज में डुबोने का आरोप लगाया और बताया कि भुखमरी, हैप्पीनेस इंडेक्स और बच्चों के स्वास्थ्य के मामलों में भारत की स्थिति बेहद चिंताजनक है।
दिल्ली से AAP प्रत्याशी रहे शिक्षाविद अवध ओझा ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए ‘सिंदूर’ संबंधी उनके बयान को “तथ्यों से परे और गैर-ज़िम्मेदाराना” बताया। उन्होंने कहा कि यदि सिंदूर में ज़हर (लेड) है, तो क्या प्रधानमंत्री देश के लिए ज़हर बनना चाहते हैं? प्रेसवार्ता में AAP नेताओं ने केंद्र और राज्य सरकारों से जवाब मांगते हुए कहा कि जमीनी हालात से हटकर बड़े-बड़े दावे करना अब बंद होना चाहिए।