नई दिल्ली, 25 मार्च 2025
राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने मंगलवार को न्यायपालिका और विधायिका के अधिकार क्षेत्रों पर चर्चा करने के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाई। बैठक में उच्च सदन के नेता जे पी नड्डा और नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी भाग लिया। दोनों नेताओं ने इस बात पर सहमति जतायी कि इस मुद्दे पर सभी दलों के विचार जानना जरूरी है। दिल्ली हाई कोर्ट के जज के घर से कैश मिलने का मामला हाल ही में सामने आया था, जिसने न्यायपालिका और विधायिका के बीच चर्चा का विषय बना दिया है।
धनखड़ ने सर्वदलीय बैठक में कहा कि यह मामला सिर्फ न्यायपालिका का नहीं, बल्कि संसद का भी है। उन्होंने यह भी बताया कि 2015 में संसद ने एक महत्वपूर्ण कानून बनाया था, जिसे सभी दलों ने मिलकर पास किया था, और राष्ट्रपति ने उस पर हस्ताक्षर किए थे। इस कानून को सभी राज्यों ने भी माना था। धनखड़ ने कहा कि संसद के फैसलों को बदलने की कोई सीमा नहीं होनी चाहिए और किसी भी संस्था द्वारा इसका उल्लंघन नहीं किया जा सकता।
इससे पहले, धनखड़ ने जस्टिस यशवंत वर्मा के घर से कैश मिलने पर चिंता जताई थी और इस मामले में सीजेआई संजीव खन्ना द्वारा बनाई गई जांच समिति की रिपोर्ट का इंतजार करने की बात की थी। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को लेकर संसद को पूरी जानकारी मिलनी चाहिए और इसकी पारदर्शिता को सुनिश्चित किया जाना चाहिए।