मयंक चावला
आगरा, 12 दिसंबर 2024:
अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कथा वाचक देवकीनंदन ठाकुर ने उत्तर प्रदेश के आगरा में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान सनातन धर्म और मंदिरों के संरक्षण को लेकर बड़ी बातें कहीं। उन्होंने आजादी के बाद से ही “सनातन बोर्ड” के गठन की आवश्यकता पर जोर दिया और इसे अब तक न बनने पर दुख जताया।
देवकीनंदन ठाकुर ने सवाल उठाया कि आखिर क्यों पहले मंदिरों को तोड़कर मस्जिदें बनाई गईं। उन्होंने कहा, “आज लोग ज्ञान दे रहे हैं, लेकिन उन लोगों को क्यों नहीं ज्ञान देते जिन्होंने मंदिरों को तोड़ा। संभल में कोर्ट के आदेश पर जांच करने गए प्रशासन पर पत्थरबाजी इसका एक उदाहरण है।” उन्होंने कहा कि हमारे देवी-देवताओं का अपमान हुआ है, फिर भी सनातन धर्म ने धैर्य रखा।
मथुरा और काशी के मंदिरों को लेकर उन्होंने कहा कि यह लड़ाई जारी रहेगी। मथुरा की जामा मस्जिद की सीढ़ियों में केशवदेव जी होने का दावा किया और कहा कि संविधान हमें अपने धर्म और सम्मान को सुरक्षित रखने का अधिकार देता है।
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि वहां के हिंदुओं को भारत लाया जाए और अवैध बांग्लादेशियों को देश से बाहर किया जाए।
देवकीनंदन ठाकुर ने “सनातन बोर्ड” के लिए देश-विदेश से मिल रहे समर्थन का जिक्र करते हुए कहा कि बोर्ड की मांग उठने के बाद उन्हें धमकियां मिल रही हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि ऐसी धमकियां उन्हें उनके उद्देश्य से पीछे नहीं हटा सकतीं।
वर्तमान में आगरा के बाह चौरंगा बीहड़ में चल रही भागवत कथा के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित हो रहे हैं।