मयंक चावला
आगरा, 20 दिसम्बर 2024:
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा संविधान निर्माता भारत रत्न बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर जी को लेकर संसद में दिए गए बयान से अधिवक्ताओं में गहरी नाराजगी है। अधिवक्ताओं ने गृहमंत्री के बयान को अत्यंत निंदनीय और समाज के खिलाफ बताया, और इसे भाजपा एवं आरएसएस की अंबेडकर विरोधी मानसिकता का हिस्सा करार दिया।
इस विरोध को लेकर वरिष्ठ अधिवक्ता और कांग्रेस नेता आर. एस. मौर्या के नेतृत्व में सैकड़ों अधिवक्ताओं ने जनपद न्यायालय परिसर में जुलूस निकाला। इसके बाद, दीवानी चौराहे पर एकत्रित होकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का पुतला फूंका गया। प्रदर्शनकारियों ने महामहिम राष्ट्रपति से गृहमंत्री को मंत्रिमंडल से तत्काल बर्खास्त करने की मांग की।
इस प्रदर्शन में वरिष्ठ अधिवक्ता रमाशंकर शर्मा, हृदयेश कुमार यादव, सूरजभान भारती, प्रमोद कुमार कुश, सुरेश चंद ज़रारी, चंद्रपाल सिंह, सुनहरी लाल संस, अमर प्रताप सिंह, उमेश जोशी, चौधरी धर्म सिंह, महेंद्र सिंह, ओमकार सिंह, आनन्द प्रकाश, जयंत कुमार आनन्द, मानिक चंद सागर, लोकेंद्र प्रताप सिंह, रवि कुमार, ए. पी. सिंह, धीरज कुमार, डॉ. आमिर खान, विशम्बर दयाल सहित अन्य तमाम अधिवक्ता और समाजसेवी शामिल हुए।
अधिवक्ताओं का कहना था कि गृहमंत्री का यह बयान देश के संविधान और उसकी धारा 15 का अपमान है, जो समानता और सामाजिक न्याय के लिए बाबा साहब अंबेडकर द्वारा तैयार किया गया था। इस बयान से अंबेडकर के योगदान को नकारा नहीं किया जा सकता, और इसका विरोध किया जाएगा।