विजय पटेल
रायबरेली, 17 दिसंबर 2025:
यूपी के रायबरेली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) का स्थापना दिवस धूमधाम एवं हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर आयोजित समारोह में चिकित्सा, शिक्षा और अनुसंधान के क्षेत्र में संस्थान की सात वर्षों की उपलब्धियों को रेखांकित किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भारत सरकार के नीति आयोग के सदस्य एवं एम्स नई दिल्ली के पूर्व वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. विनोद कुमार पॉल रहे। सीएसआईआर-सीडीआरआई लखनऊ की निदेशक डॉ. राधा रंगराजन कार्यक्रम की मानद अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं।

संस्थान की कार्यकारी निदेशक डॉ. अमिता जैन ने अतिथियों का स्वागत करते हुए एम्स रायबरेली की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि अब तक संस्थान की ओपीडी में लगभग 20 लाख मरीजों का उपचार किया जा चुका है। अंतर्रोगी विभाग में करीब 50 हजार मरीजों को चिकित्सा सेवाएं प्रदान की गई हैं। इसके अलावा संस्थान में लगभग 12 हजार सर्जरी की जा चुकी हैं। करीब 71.5 लाख जांचें की गई हैं। वर्तमान में चिकित्सा एवं संबद्ध पाठ्यक्रमों में 1,023 छात्र अध्ययनरत हैं।
डॉ. जैन ने कहा कि संस्थान अवसंरचना, चिकित्सा सेवाओं, अकादमिक सुविधाओं और अनुसंधान गतिविधियों के क्षेत्र में निरंतर प्रगति कर रहा है। उन्होंने विश्वास जताया कि संस्थान निकट भविष्य में नवाचार, समावेशिता और करुणा से प्रेरित मेडिकल शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं, नैदानिक जांच और शोध के क्षेत्र में उत्कृष्टता का प्रमुख केंद्र बनेगा।

समारोह के दौरान वर्ष 2025 में अकादमिक उत्कृष्टता के लिए हर सत्र में प्रथम, द्वितीय, तृतीय स्थान एवं विषय में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले छात्रों को पदक एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इसके साथ ही नर्सिंग क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य निष्पादन के लिए तीन नर्सिंग अधिकारियों तथा अन्य क्षेत्र में उत्कृष्ट सेवाओं के लिए एक अधिकारी को सम्मानित किया गया।
संस्थान के अध्यक्ष पद्मश्री से सम्मानित डॉ. आरवी रमणी ने कहा कि एम्स रायबरेली ने अब बाल्यावस्था से आगे तेज गति से बढ़ने के लिए तैयार है। डॉ. रंगराजन ने अनुसंधान के क्षेत्र में एम्स जैसे संस्थानों की भूमिका को महत्वपूर्ण बताते हुए औषधि एवं चिकित्सा अनुसंधान को आगे बढ़ाने के लिए निरंतर प्रयास करने का आह्वान किया।
मुख्य अतिथि डॉ. पॉल ने एम्स की स्थापना के तीन प्रमुख स्तंभ शिक्षा, रोगी देखभाल और अनुसंधान बताए। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षित मानव संसाधन तैयार करना, उन्नत सुविधाओं के माध्यम से उत्कृष्ट रोगी सेवा देना और मजबूत अनुसंधान तंत्र विकसित करना समय की आवश्यकता है। उन्होंने सभी संकाय सदस्यों, चिकित्सकों, छात्रों, पैरामेडिकल एवं प्रशासनिक कर्मचारियों से अगले दस वर्षों में एम्स रायबरेली को शीर्ष 10 चिकित्सा संस्थानों में शामिल कराने का लक्ष्य लेकर कार्य करने का आह्वान किया।
कार्यक्रम का समापन सामुदायिक चिकित्सा विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. भोला नाथ के धन्यवाद ज्ञापन एवं राष्ट्रगान के साथ हुआ। इस अवसर पर जिला प्रशासन के अधिकारी, डीन, संकाय सदस्य, संस्थान के अधिकारी, कर्मचारी एवं छात्र उपस्थित रहे।






