
नई दिल्ली, 4 जुलाई 2025
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत की स्वदेशी रूप से विकसित आकाश मिसाइल प्रणाली ने दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचा था। डीआरडीओ द्वारा निर्मित इस मिसाइल ने काफी अच्छा प्रदर्शन किया है। इसी परिप्रेक्ष्य में ब्राजील आकाश वायु रक्षा प्रणाली खरीदने में रुचि दिखा रहा है। करीबी सूत्रों ने बताया कि दोनों देशों के बीच जल्द ही समझौते पर हस्ताक्षर होंगे।
प्रधानमंत्री मोदी ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के लिए इसी महीने 5 से 8 तक ब्राजील के दौरे पर रहेंगे। भारतीय विदेश मंत्रालय के सचिव कुमारन ने कहा कि इस दौरान दोनों देशों के बीच एक महत्वपूर्ण रक्षा समझौते पर हस्ताक्षर होने की संभावना है। उन्होंने कहा कि ब्राजील सरकार आकाश मिसाइल प्रणाली, तटीय निगरानी प्रणाली और गरुड़ तोपखाना प्रणाली में भी रुचि रखती है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर ब्राजील ‘आकाश’ खरीदता है तो यह भारत के रक्षा प्रौद्योगिकी निर्यात में एक नया मील का पत्थर होगा। साथ ही उम्मीद है कि भारतीय रक्षा क्षेत्र को अंतरराष्ट्रीय पहचान मिलेगी।
आकाश मिसाइल प्रणाली को भारतीय रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) द्वारा विकसित किया गया है। यह मध्यम दूरी की मोबाइल सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल है। इसे लड़ाकू विमान, ड्रोन, क्रूज मिसाइल और हवा से सतह पर मार करने वाली मिसाइल जैसे हवा से हवा में मार करने वाले खतरों को रोकने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह 25 किलोमीटर दूर तक के लक्ष्यों को रोक सकता है। यह हवा में ड्रोन को नष्ट कर सकता है।
पाकिस्तान के साथ युद्ध के दौरान इसने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इसने पाकिस्तानी ड्रोन और मिसाइलों को सफलतापूर्वक रोका था। इसी संदर्भ में ब्राज़ील इसमें रुचि दिखा रहा है।





