
अशरफ अंसारी
इटावा, 12 अप्रैल 2025:
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने शनिवार को इटावा के महेवा में डॉ. भीमराव अंबेडकर की 11 फीट ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया। इस अवसर पर उन्होंने ब्लॉक परिसर में स्थापित पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि भी अर्पित की। इस दौरान अखिलेश ने कहा कि पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के प्रयासों से बाबा साहब की प्रतिमा स्थापित हो सकी है।
मीडिया से बातचीत में अखिलेश यादव ने भाजपा पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा लगातार संविधान को कमजोर करने की कोशिश कर रही है। अखिलेश ने कहा, “बाबा साहब द्वारा दिया गया संविधान गरीबों और वंचितों के लिए एक कवच है। भाजपा इसी संविधान को कमजोर करना चाहती है, लेकिन हम बाबा साहब, लोहिया जी और नेताजी के दिखाए रास्ते पर चलकर बदलाव लाएंगे।”
अखिलेश ने वाजपेई की प्रतिमा पर माल्यार्पण को लेकर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा, “बाबा साहब और वाजपेई जी की प्रतिमाएं साथ में स्थापित हैं। इससे भाजपा को सीखने का मौका मिलेगा। जिस तरह हमने दोनों नेताओं को सम्मान दिया, वैसे ही भाजपा को भी संविधान और समानता के मूल्यों का आदर करना चाहिए।”
भाजपा के ‘दलित जोड़ो अभियान’ पर तंज कसते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा केवल दिखावा कर रही है। उन्होंने कहा, “बाबा साहब को पानी पीने के लिए संघर्ष करना पड़ा था। छुआछूत और भेदभाव का दर्द वह जीवनभर झेलते रहे। आज भाजपा, पीडीए (पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक) की एकजुटता से घबराई हुई है, इसलिए वह समाजवादी कार्यक्रमों की नकल कर रही है। भाजपा को इसके लिए माफी मांगनी चाहिए।” कार्यक्रम में सपा के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव, सांसद जितेंद्र दोहरे सहित कई नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे।
शिवपाल बोले… सत्ता में आने पर संविधान न मानने वाले अधिकारियों पर होगी कार्रवाई
सपा के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल यादव ने कार्यक्रम में कहा कि बाबा साहब भीमराव अंबेडकर का सपना अब भी अधूरा है, जिसे समाजवादी पार्टी पूरा करेगी। उन्होंने आरोप लगाया कि कई अधिकारी संविधान का पालन नहीं कर रहे और दलितों, पिछड़ों तथा अल्पसंख्यकों के अधिकारों का हनन कर रहे हैं। उन्होंने कार्यकर्ताओं से ऐसे अधिकारियों की सूची बनाने को कहा और वादा किया कि सत्ता में आने पर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।






