अलीगढ़, 27 मार्च 2025
यहां जिला न्यायालय परिसर में एक छोटा सा जूस विक्रेता, जो एक छोटी सी दुकान चलाता है, उस समय सदमे में आ गया जब उसे कथित तौर पर 7.79 करोड़ रुपये का बकाया भुगतान करने के लिए आयकर नोटिस मिला। मजदूर वर्ग के इलाके सराय रहमान के निवासी मोहम्मद रहीस को 18 मार्च को जब नोटिस मिला तो वह अचंभित रह गए।
इस बात को लेकर असमंजस में कि कैसे जवाब दिया जाए, उन्होंने तुरंत अपने मित्रों से आधिकारिक पत्र की विषय-वस्तु को समझने में मदद मांगी, जिसमें उन्हें 28 मार्च तक जवाब देने का निर्देश दिया गया था।
मीडिया से बात करते हुए रहीस ने कहा, “मुझे आयकर वकील से सलाह लेने की सलाह दी गई, जिन्होंने मुझे जवाब लिखने से पहले अपने बैंक खाते के रिकॉर्ड जुटाने को कहा।” रहीस, जो मुश्किल से 400 रुपये प्रतिदिन कमाते हैं, अपने बुज़ुर्ग और बीमार माता-पिता सहित पूरे परिवार का भरण-पोषण करते हैं। उन्होंने दावा किया कि अप्रत्याशित नोटिस ने उन्हें बहुत परेशान कर दिया है। उन्होंने कहा, “इस नोटिस के सदमे से मुझे गहरी चिंता हो गई है और मेरा रक्तचाप बढ़ गया है। मुझे नहीं पता कि इस संकट से कैसे निपटूं।” उन्होंने यह भी बताया कि उनकी मां, जो अवसाद से ग्रस्त हैं, इस स्थिति से उत्पन्न भय और अनिश्चितता से और अधिक प्रभावित हो गई हैं।