नई दिल्ली, 8 मई 2025
भारतीय सेना व्दारा पाकिस्तान पर किए गए ऑपरेशन सिंदूर के अंतर्गत केंद्र सरकार व्दारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक राजधानी दिल्ली में शुरू हो गई है। इस बैठक में, केंद्र द्वारा सभी पक्षों को यह जानकारी दिए जाने की उम्मीद है कि किस प्रकार भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) और पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर सटीक सैन्य हमले किए, जिनमें मुरीदके में लश्कर-ए-तैयबा का मुख्यालय और बहावलपुर में प्रमुख आतंकी प्रशिक्षण स्थल शामिल हैं। यह बैठक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हो रही है।
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि पाकिस्तान के खिलाफ सेना की कार्रवाई के बारे में सभी राजनीतिक दलों को विश्वास में रखना जरूरी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने उनसे विपक्ष को यह बताने के लिए कहा है कि सशस्त्र बलों ने किस तरह आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई का नेतृत्व किया।बैठक की अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गृह मंत्री अमित शाह करेंगे। विपक्षी नेताओं को सेना के अभियान के उद्देश्यों, लक्षित ठिकानों, इसके रणनीतिक और सुरक्षा प्रभावों के बारे में जानकारी दी जाएगी और साथ ही पाकिस्तान द्वारा किसी दुस्साहस की स्थिति में जवाबी कार्रवाई के लिए देश की तैयारी के बारे में भी बताया जाएगा।
हालांकि, बैठक से पहले कांग्रेस नेताओं ने सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री की अनुपस्थिति पर सवाल उठाते हुए कहा कि उनकी उपस्थिति से न केवल महत्व बढ़ेगा बल्कि यह भी संकेत मिलेगा कि देश के नेता सभी को साथ लेकर चल रहे हैं। हालाँकि, भाजपा ने इसे खारिज कर दिया है और कहा है कि प्रधानमंत्री ने पहले ही दुनिया को दिखा दिया है कि पाकिस्तान की आतंकवादी हरकतों पर भारत का उचित जवाब है।
बुधवार को विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने दो महिला अधिकारियों के साथ देश को सेना द्वारा सटीकता के साथ सैन्य हमले करने तथा पहलगाम आतंकी हमले का बदला लेने के लिए आतंकी ठिकानों को नष्ट करने और सीमा पार आतंकवादियों को निष्क्रिय करने के बारे में जानकारी दी।
भारत ने इस बात पर ज़ोर दिया है कि यह कार्रवाई आक्रामक नहीं थी, बल्कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद एक सुनियोजित और आनुपातिक प्रतिक्रिया थी, जिसमें एक नेपाली नागरिक सहित 26 नागरिक मारे गए थे। सरकार ने एक बयान में कहा, “हमारी कार्रवाई केंद्रित, नपी-तुली और गैर-आक्रामक प्रकृति की रही है। किसी भी पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठान को निशाना नहीं बनाया गया है। भारत ने लक्ष्यों के चयन और निष्पादन के तरीके में काफी संयम दिखाया है।”