
ब्रासीलिया, 8 जुलाई 2025
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्राजील के दौरे पर हैं, जहां वह ब्रिक्स समिट में हिस्सा ले रहे हैं। इस दौरान ब्राजील की वो खासियत भी चर्चा में है, जिसे पूरी दुनिया पाना चाहती है लेकिन पा नहीं सकती — अमेजन के वर्षावन। ये जंगल सिर्फ प्राकृतिक संसाधनों का भंडार ही नहीं, बल्कि ब्राजील की अर्थव्यवस्था का अहम इंजन भी हैं।
दुनिया का सबसे बड़ा वर्षावन अमेजन, जिसका 60 प्रतिशत हिस्सा ब्राजील में है, वैश्विक पर्यावरण संतुलन में अहम भूमिका निभाता है। इसे ‘धरती के फेफड़े’ के रूप में जाना जाता है क्योंकि यह पृथ्वी की कुल ऑक्सीजन का लगभग 20% उत्पन्न करता है और विशाल मात्रा में कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित करता है। यही कारण है कि यह जंगल जलवायु परिवर्तन की चुनौती से निपटने में मददगार साबित हो रहा है।
अमेजन के जंगलों में लाखों पौधों, मछलियों और जानवरों की प्रजातियां पाई जाती हैं। इगुआकु फॉल्स जैसे प्रसिद्ध जलप्रपात यहां स्थित हैं, जिन्हें देखने दुनियाभर से पर्यटक आते हैं। इको-टूरिज्म के जरिए ब्राजील को हर साल 500 मिलियन से 1 अरब डॉलर तक की कमाई होती है।
इसके अलावा, अमेजन के जंगल ब्राजील में बारिश लाकर कृषि को सहारा देते हैं। खासतौर पर गन्ना और कॉफी की खेती में यह अहम योगदान देता है, जिससे ब्राजील विश्व का प्रमुख उत्पादक बना है। साथ ही, यहां की जैव-विविधता औषधीय शोध के लिए भी बहुमूल्य है।
अंतरराष्ट्रीय संगठनों और कई देशों द्वारा ब्राजील को अमेजन के संरक्षण के लिए वित्तीय सहायता दी जाती है। इसके संरक्षण के लिए जंगल के एक बड़े हिस्से को संरक्षित क्षेत्र घोषित किया गया है और सैटेलाइट के जरिए निगरानी रखी जाती है।
इस प्रकार, अमेजन ब्राजील के लिए सिर्फ एक जंगल नहीं, बल्कि बहुआयामी आर्थिक शक्ति का प्रतीक है, जिसकी अहमियत को पीएम मोदी की मौजूदगी ने एक बार फिर वैश्विक मंच पर रेखांकित कर दिया है।