
नई दिल्ली, 16 जून 2025
देश में लम्बे अंतराल 16 साल बाद होने वाली जनगणना के लिए तैयारियां पूरे जोरे पर हैं। इसी संदर्भ में गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को यहां केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आगामी जनगणना की तैयारियों की समीक्षा की।
भारत की 16वीं जाति गणना जनगणना 2027 में की जाएगी, जिसकी संदर्भ तिथि लद्दाख जैसे बर्फीले क्षेत्रों में 1 अक्टूबर, 2026 तथा देश के बाकी हिस्सों में 1 मार्च, 2027 होगी। एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि जनगणना कराने की अधिसूचना सोमवार को सरकारी राजपत्र में प्रकाशित की जाएगी।
Reviewed the preparations for the 16th Census with senior officials.
Tomorrow, the gazette notification of the census will be issued. The census will include caste enumeration for the first time. As many as 34 lakh enumerators and supervisors and around 1.3 lakh census… pic.twitter.com/wkvJda7J4e
— Amit Shah (@AmitShah) June 15, 2025
इसमें कहा गया कि गृह मंत्री ने यहां केंद्रीय गृह सचिव, भारत के महापंजीयक एवं जनगणना आयुक्त मृत्युंजय कुमार नारायण और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आगामी जनगणना की तैयारियों की समीक्षा की।
दो चरणों में होगी जनगणना :
जनगणना दो चरणों में की जाएगी। पहले चरण यानी हाउसलिस्टिंग ऑपरेशन (एचएलओ) में प्रत्येक घर की आवासीय स्थिति, संपत्ति और सुविधाओं का विवरण एकत्र किया जाएगा। इसके बाद, दूसरे चरण यानी जनसंख्या गणना (पीई) में प्रत्येक घर के प्रत्येक व्यक्ति का जनसांख्यिकीय, सामाजिक-आर्थिक, सांस्कृतिक और अन्य विवरण एकत्र किया जाएगा। वहीं बता दे कि बयान में कहा गया है कि जनगणना में जाति गणना भी की जाएगी।
जनगणना गतिविधियों के लिए लगभग 34 लाख गणनाकार एवं पर्यवेक्षक तथा लगभग 1.3 लाख जनगणना कार्यकर्ता तैनात किये जायेंगे। यह जनगणना प्रारंभ से अब तक की 16वीं तथा स्वतंत्रता के बाद की 8वीं जनगणना है। आगामी जनगणना मोबाइल एप्लीकेशन का उपयोग करके डिजिटल माध्यम से की जाएगी। लोगों को स्व-गणना का प्रावधान भी उपलब्ध कराया जाएगा। बयान में कहा गया है कि संग्रहण, प्रेषण और भंडारण के समय डेटा सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बहुत कड़े डेटा सुरक्षा उपाय लागू किए जाएंगे। जनसंख्या जनगणना – 2027 के लिए संदर्भ तिथि मार्च 2027 के प्रथम दिन 00:00 बजे होगी।
केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख और केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर तथा हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड राज्यों के असमकालिक बर्फीले क्षेत्रों के लिए संदर्भ तिथि 2026 के अक्टूबर माह के प्रथम दिन 00.00 बजे होगी। साल 2019 में आई कोरोना महामारी के कारण देश में जनगणना नहीं हो पाई थी। यह जनगणना 16 वर्षों के बाद की जाएगी, पिछली जनगणना 2011 में की गई थी।






