नई दिल्ली, 16 मई 2025
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत के खिलाफ पाकिस्तान को ड्रोन मुहैया करवाने और आंतकवादी हमले में पाकिस्तान का साथ देने पर तुर्की के खिलाफ देशभर में गुस्सा है। पाकिस्तान का समर्थन करने के बाद से ही लगातार पूरे देश में तुर्की के खिलाफ बॉयकॉट की मुहिम चला रही है। इसी के चलते अब भारत से तुर्की को एक और झटका मिला है।
देश के कई विश्वविद्यालयों ने तुर्की के साथ अपने समझौते पहले ही रद्द कर दिए हैं, वहीं अब इसी कड़ी में एक और विश्वविद्यालय जुड़ गया है। जानकारी अनुसार मौलाना आज़ाद राष्ट्रीय उर्दू विश्वविद्यालय (MANUU) ने गुरूवार को यूनुस एमरे इंस्टीट्यूट, तुर्की के साथ अपने शैक्षणिक समझौता ज्ञापन (MoU) को तत्काल प्रभाव से रद्द करने की घोषणा की। बता दे कि पिछले वर्ष 2 जनवरी को MANUU और यूनुस एमरे इंस्टीट्यूट के बीच एक पांच वर्षीय समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए थे, जिसके तहत तुर्की भाषा में डिप्लोमा प्रदान किया जाएगा।
एमएएनयूयू ने तुर्की के एक विजिटिंग प्रोफेसर के साथ भाषा, भाषा विज्ञान और इंडोलॉजी स्कूल भी शुरू किया था, जिसे वापस आने के लिए कहा गया है। सहयोगात्मक प्रयास से संयुक्त अनुसंधान कार्य और परियोजनाएं, छात्र आदान-प्रदान, सांस्कृतिक गतिविधियों की स्थापना, शैक्षिक, अकादमिक, सांस्कृतिक और वैज्ञानिक भवनों का निर्माण तथा निवासी और गैर-निवासी संकाय सदस्यों के आदान-प्रदान की अनुमति मिली।