नई दिल्ली,14 अक्टूबर 2024
राजधानी दिल्ली में दशहरे के मौके पर जमकर आतिशबाजी हुई और 16 दिन बाद दिवाली है। बीते रविवार को हवा खराब श्रेणी में पहुंच गई और आज सोमवार को हवा की गुणवत्ता में सुधार हो सकता है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने बताया कि वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 224 दर्ज किया गया। जो इस महीने का सबसे अधिक एक्यूआई है। हवा की रफ्तार भी धीमी हुई है। जो आठ किलोमीटर प्रतिघंटे की गति से चली। जिससे प्रदूषण और बिगड़ गया।
दिल्ली समेत एनसीआर में इतना रह एक्यूआईरविवार को भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान (आईआईटीएम) के मुताबिक, प्रदूषण में पराली के धुएं की हिस्सेदारी 0.442 फीसदी दर्ज की गई। सोमवार को हवा में पराली के धुएं की हिस्सेदारी 0.458 फीसदी और मंगलवार को 0.778 फीसदी हो सकती है। डिसिजन सपोर्ट सिस्टम (डीएसएस) के आंकड़ों के अनुसार खुले में कूड़ा जलने से होने वाले धुआं 1.896 फीसदी रहा। एनसीआर में फरीदाबाद की हवा सबसे साफ रही। यहां एक्यूआई 177 रहा, जो मध्यम श्रेणी है। साथ ही, गाजियाबाद में 265, ग्रेटर नोएडा में 228, नोएडा में 243 और गुरुग्राम में 169 एक्यूआई रहा।
आज आसमान में छाए रहेंगे बादलइधर, रविवार को कई इलाकों में न्यूनतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया गया। समग्र रूप से अधिकतम तापमान सामान्य से दो डिग्री अधिक के साथ 35.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री कम के साथ 18.6 डिग्री सेल्सियस रहा। रिज में सबसे कम न्यूनतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस रहा। हालांकि, दोपहर में धूप परेशान कर रही है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि जल्द ही दिन के तापमान में भी कमी आएगी। सोमवार को आसमान में हल्के बादल छाए रहेंगे। इस दौरान अधिकतम तापमान 35 व न्यूनतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है।
दशहरे पर कब कितना रहा एक्यूआई
2023—–243 (25 अक्तूबर)
2022—–79 (06 अक्तूबर
)2021—–284 (16 अक्तूबर)
2020—–353 (26 अक्तूबर)
2019—–112 (09 अक्तूबर)
2018—–326 (20 अक्तूबर)
2017—–196 (01 अक्तूबर)
2016—–223 (12 अक्तूबर)
2015—–292 (23 अक्तूबर)
विभिन्न इलाकों में एक्यूआई-
आनंद विहार——456
-रोहिणी———-443
-अलीपुर———420
-विवेक विहार——397
-वजीरपुर———373
-पंजाबी बाग——-372
-मंदिर मार्ग——–372
-बवाना———-369
-जहांगीरपुरी——-365
-द्वारका———-358
-मुंडका———-350
-ओखला फेज-2—–333
-लोधी रोड——–305
(सभी आंकड़ें सीपीसीबी के मुताबिक)