देहरादून 2 मार्च 2025:
उत्तराखंड राज्य के चमोली में माणा कैम्प के पास हुए हिमस्खलन में फंसे चार श्रमिकों को 48 घण्टे बाद भी खोजा नहीं जा सका है। इनकी तलाश में बचाव दलों के साथ थर्मल इमेजिंग कैमरों व खोजी कुत्तों की मदद ली जा रही है। सीएम धामी ने रविवार को अफसरों के साथ बैठक की व मीडिया से रूबरू होकर बचाव कार्य की जानकारी दी और पीएम के दौरे को भी प्रस्तावित बताया।
घटना के बाद दिन रात चल रहा बचाव कार्य
उत्तराखंड में तिब्बत की सीमा से सटे सेना के माणा कैम्प के पास गत 28 फरवरी को बर्फबारी के बीच हिमस्खलन हुआ था। सेना के वाहनों की आवाजाही के लिए रास्ते से बर्फ हटा रहे 54 मजदूर भारी बर्फ के नीचे फंस गए। घटना के बाद से ही दिन रात जारी राहत एवं बचाव कार्य मे 50 मजदूरों को बाहर निकाल लिया गया था। इसमें 14 मजदूर घटना के दिन शुक्रवार की रात तक बाहर आ गए जबकि बाकी मजदूर दूसरे दिन शनिवार को निकाले जा सके।
मृतकों व लापता श्रमिको की पहचान हुई , घर भेजे जाएंगे पार्थिव शरीर
रात भर बर्फ के नीचे दबे रहने के कारण इन्हें एयरलिफ्ट कर सेना के अस्पताल ले जाया गया। यहां सीएम धामी ने भी कई मजदूरों से मुलाकात की। इस दौरान हालत नाजुक होने के कारण चार मजदूरों ने दम तोड़ दिया। इनमें यूपी के मंजीत यादव, हिमाचल प्रदेश के जितेंद्र सिंह व मोहिंदर पाल और उत्तराखंड के आलोक यादव शामिल हैं। हिमस्खलन में फंसे उत्तराखंड के अमित,अरविंद, हिमाचल के हर्मेश व यूपी अशोक का अभी तक पता नहीं चल सका है। वहीं हिमाचल कांगड़ा का एक श्रमिक सुनील अपने घर पहुंच गया है।

सीएम ने फिर की बैठक, कहा- अत्याधुनिक उपकरणों की मदद से खोजे जा रहे लापता मजदूर
सीएम धामी ने रविवार को सुबह अफसरों के साथ कंट्रोल रूम में बैठक कर बचाव कार्यों की जानकारी ली फिर मीडिया से रूबरू होकर बताया कि चार श्रमिकों की खोजबीन के लिए राहत और बचाव दलों द्वारा युद्धस्तर पर कार्य किया जा रहा है। सेना के स्निफर डॉग्स की मदद ली जा रही है। जीपीआर, थर्मल इमेजिंग कैमरा तथा विक्टिम लोकेशन कैमरा के जरिये भी रविवार सुबह से सर्च ऑपरेशन संचालित किया जा रहा है।
सीएम बोले- मौसम विभाग के पूर्वानुमान पर आधारित होगा पीएम का कार्यक्रम
सीएम ने बताया कि पीएम का दौरा प्रस्तावित है। मौसम विभाग का जो पूर्वानुमान होगा उसी के आधार पर पीएम का कार्यक्रम तय होगा। सीएम ने बताया कि आज मौसम ठीक है लेकिन कल के लिए हाई अलर्ट है। जहां काम चल रहा है वहां रोकने को कहा गया है ताकि कोई जनहानि न हो। माणा से हमारा संचार सम्पर्क टूटा हुआ है। उसे बहाल किया जा रहा है। कई इलाकों में खाद्य सामग्री भी भेजवाई जा रही है।
दो श्रमिक एम्स ऋषिकेश किये गए रेफर
सचिव आपदा प्रबन्धन एवं पुनर्वास विनोद कुमार सुमन ने बताया कि शनिवार को माणा स्थित सेना के हास्पिटल से 24 श्रमिकों को जोशीमठ लाया गया। यहां सेना के अस्पताल में इनका उपचार किया जा रहा है। इनमें से दो श्रमिकों की स्थिति थोड़ी गंभीर है, जिन्हें एम्स ऋषिकेश रेफर किया गया है। इनमें से एक मरीज को एम्स में भर्ती करा दिया गया है।