अयोध्या, 10 अक्टूबर 2025 :
यूपी के अयोध्या जिले में पूरा कलंदर थाना क्षेत्र के पगला भारी गांव एक के बाद एक हुए दो धमाकों से दहल उठा। शाम को हुए पहले धमाके में घर ध्वस्त हो गया। इस दौरान परिवार के पिता और उसकी तीन संतानों समेत पांच लोगों की मौत हो गई। वहीं दूसरा धमाका रात 11 बजे हुआ जब यहां राहत बचाव कार्य के लिए टीम मौजूद थी। इस धमाके में एक लेखपाल घायल हो गया। फिलहाल शुरुआती जांच में अफसरों ने धमाके की वजह सिलेंडर से गैस रिसाव बताई है। 18 माह पूर्व इसी घर में हुए विस्फोट की कहानी ने अफसरों की थ्योरी पर पानी फेर दिया। ग्रामीण बताते हैं घर का मुखिया मां व पत्नी खोकर भी पटाखों का अवैध निर्माण कर रहा था।
पगलाभारी गांव में रामकुमार गुप्त उर्फ पारसनाथ गांव के बाहर खेतों के बीच मकान बनवाकर रहते थे। उनके मकान में आटा चक्की भी लगी थी। गुरुवार की शाम इस घर में तेज धमाका हुआ। ये विस्फ़ोट इतना तेज था कि 200 मीटर दूर तक घर का मलबा जाकर गिरा। धमाके की आवाज करीब एक किमी दूर तक सुनाई दी। आवाज सुनकर आसपास के लोग घटनास्थल पर पहुंचे।
घटना की जानकारी मिलने पर एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर, एसपी सिटी चक्रपाणि त्रिपाठी और सीओ अयोध्या भी पुलिस फोर्स के साथ पहुंच गए। पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से रेस्क्यू करते हुए मलबे में दबे पांच लोगों को निकालकर जिला अस्पताल भेजवाया। इनमें गृह स्वामी रामकुमार, उनकी बेटी ईशा व पुत्र यश के साथ दो अन्य शामिल है। जिला अस्पताल लाए गए राम कुमार गुप्त पुत्र गुरु प्रसाद, ईशा पुत्री राम कुमार गुप्त (10), लव पुत्र राम कुमार गुप्त (7), यश पुत्र रामकुमार गुप्त (5) और राम सजीवन निवासी जीवपुर को मृत घोषित कर दिया गया।
इस धमाके में मकान की एक-एक ईंट बिखर गई। देर रात तक मलबे की तलाश में पुलिस की टीम डॉग स्क्वायड की मदद से जुटी रही। पुलिस व प्रशासन के अफसरों ने डेरा डाल दिया। रात 11 बजे रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा था। पुलिस टीम व अन्य कर्मचारी मौजूद थे। इसी दौरान रात 11 बजे हुए एक और धमाके में लेखपाल आकाश सिंह घायल हो गया। दोबारा हुए धमाके से हड़कंप मच गया। इस धमाके से लोग हैरत में पड़ गए। अफसर पहले धमाके के बाद सिलेंडर में हुए गैस रिसाव को जिम्मेदार ठहरा रहे थे लेकिन दूसरे धमाके के बाद उनकी थ्योरी कमजोर पड़ गई।
अफसरों ने बताया कि घर के बर्तन क्षतिग्रस्त थे कुकर व गैस सिलेंडर फटा मिला है। फिलहाल गैस रिसाव का सच जानने के लिए मौके पर हिंदुस्तान पेट्रोलियम के एक्सपर्ट की टीम भी पहुंची है। यहां रहने वाले ग्रामीणों का कहना था कि रामकुमार पटाखा बनाने का काम भारी पैमाने पर करता था। लगभग 18 माह पूर्व भी रामकुमार गुप्त के घर पर विस्फोट हुआ था। इसमें दो मंजिला मकान मलबे में तब्दील हो गया था। इस घटना में चक्की पर आटा लेने आई गांव की ही एक लड़की के साथ रामकुमार की मां और पत्नी की मौत हुई थी।






