अयोध्या, 26 फरवरी 2025:
महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर रामनगरी अयोध्या में बुधवार को श्रद्धा और भक्ति का अद्भुत संगम देखने को मिला। सरयू घाट से लेकर मठ-मंदिरों तक हर-हर महादेव के जयकारे गूंजते रहे। शिवालयों में पूजन सामग्री से सजी थाली लेकर कतारबद्ध भक्तों और श्रद्धालुओं से अयोध्या पूरी तरह शिवमय नजर आई।
रामधुन में लीन रहने वाली अयोध्या बुधवार को भोलेबाबा की भक्ति में सराबोर रही। भक्तों ने भगवान शिव के साथ-साथ रामलला के दरबार में भी हाजिरी लगाई। सर्वार्थ सिद्धि और त्रिग्रही योग के दुर्लभ संयोग के बीच ब्रह्म मुहूर्त से ही रामनगरी में ‘बम-बम भोले’ की गूंज सुनाई देने लगी थी।
सरयू में स्नान कर शिवालयों में जलाभिषेक
महाशिवरात्रि की पावन बेला में पौ फटने से पहले ही श्रद्धालु शिव मंदिरों की ओर उमड़ पड़े। अधिकांश भक्तों ने भगवान शिव के दर्शन करने से पूर्व पुण्य सलिला सरयू में स्नान किया। इसके बाद श्रद्धालुओं का सैलाब शिवालयों की ओर बढ़ता गया।
वाहनों पर प्रतिबंध, कई किलोमीटर पैदल चले श्रद्धालु
वाहनों पर प्रतिबंध होने के कारण श्रद्धालुओं को तीन से चार किलोमीटर पैदल चलकर मंदिरों तक पहुंचना पड़ा। नागेश्वर नाथ और छीरेश्वर नाथ के मंदिरों में भक्तों का रेला उमड़ पड़ा। जैसे ही भक्त भोलेबाबा की चौखट पर पहुंचे, हर-हर महादेव की गूंज ने उनकी सारी थकान मिटा दी। श्रद्धालुओं की लगातार बढ़ती भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। भारी भीड़ के कारण वाहनों को डायवर्ट किया जा रहा है, जिससे कई राज्यों से आने वाले श्रद्धालु मंगलवार रात से ही अयोध्या पहुंचने का इंतजार कर रहे हैं।
अंबेडकरनगर जिले की सीमा पर रोके गए वाहन
अंबेडकरनगर जिले की सीमा पर अहिरौली थाना क्षेत्र के यादवनगर तिराहे पर बिहार, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश समेत कई प्रांतों के श्रद्धालु अयोध्या जाने के लिए कतार में खड़े हैं। भीटी के चनहा चौराहे पर भी वाहनों की लंबी कतारें लगी हुई हैं। सुल्तानपुर की ओर से आने वाले वाहनों को भी डायवर्ट किया जा रहा है। रात में वाहनों के रोके जाने से महिला श्रद्धालुओं ने विरोध भी जताया। श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने और सुचारु यातायात व्यवस्था के लिए प्रशासन पूरी मुस्तैदी से जुटा हुआ है।