
लखनऊ,29 मई 2025:
अगर आप खेती-किसानी और एग्रीकल्चर में करियर बनाने का सपना देख रहे हैं, तो आपके लिए एक अच्छी खबर है! लखनऊ यूनिवर्सिटी (LU) में सत्र 2025-26 से पहली बार B.Sc एग्रीकल्चर की पढ़ाई शुरू होने जा रही है। यह चार साल का अंडरग्रेजुएट कोर्स होगा और इसके लिए एडमिशन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इच्छुक छात्र-छात्राएं LU की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन फॉर्म भर सकते हैं।
कोर्स में 120 सीटें तय की गई हैं, यानी जल्दी अप्लाई करना बेहतर होगा। इस कोर्स का फीस स्ट्रक्चर ₹54,005 प्रति सेमेस्टर रखा गया है, यानी एक साल में लगभग ₹1,08,010 खर्च होगा। कुल मिलाकर यह कोर्स चार साल का होगा।
एग्रीकल्चर फैकल्टी की शुरुआत:
लखनऊ यूनिवर्सिटी की एग्रीकल्चर फैकल्टी को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) के मानकों के हिसाब से डिजाइन किया गया है। प्रो. गौरी सक्सेना (कृषि संकाय की अध्यक्ष) ने बताया कि जब तक नए परिसर की ज़मीन पूरी तरह से यूनिवर्सिटी के कब्जे में नहीं आ जाती, तब तक मुख्य परिसर में ही क्लासेस चलाई जाएंगी।
भविष्य की प्लानिंग भी दमदार:
LU का तीसरा कैंपस, जो सरोजनीनगर के पिपरसंड में कृषि संकाय के रूप में तैयार होगा, उसके लिए 50 एकड़ ज़मीन अलॉट हो चुकी है। ज़मीन का स्वामित्व मिलते ही वहां निर्माण कार्य भी शुरू हो जाएगा।
क्या-क्या पढ़ाया जाएगा?
इस कोर्स के तहत 8 डिपार्टमेंट बनने जा रहे हैं, जैसे:
• कृषि विज्ञान
• आनुवंशिकी और पौध प्रजनन
• बागवानी और सब्जी विज्ञान
• मृदा विज्ञान और कृषि रसायन
• फसल शरीर क्रिया विज्ञान
• पादप रोग विज्ञान
• कीट विज्ञान और बीज तकनीक
• कृषि अर्थशास्त्र और विस्तार
LU से पहले से जुड़े 23 कृषि कॉलेज इस नए डिवेलपमेंट का हिस्सा बन सकते हैं। इनमें से 16 में ग्रेजुएट और पोस्टग्रेजुएट दोनों कोर्सेज चलते हैं, जबकि 7 में सिर्फ ग्रेजुएशन होता है।
तो अगर आप खेती और विज्ञान का कॉम्बो पढ़ना चाहते हैं और भविष्य में एग्रीकल्चर सेक्टर में कुछ बड़ा करना चाहते हैं, तो LU का B.Sc एग्रीकल्चर आपके लिए एक शानदार ऑप्शन बन सकता है!