
अंशुल मौर्य
वाराणसी, 11 अप्रैल 2025:
यूपी के काशी स्थित आईआईटी बीएचयू के राजपूताना हॉस्टल के ऐतिहासिक गुरुद्वारे में वैशाखी का पर्व मनाया गया। गुरुद्वारे में तीन दिनों तक चलने वाले भव्य आयोजन की शुरुआत श्री अखंड पाठ साहिब के साथ हुई।
श्रद्धालुओं के लिए लंगर का होता है आयोजन
गुरुद्वारे में सिख समुदाय के साथ-साथ विभिन्न धर्मों और जातियों के लोग एकजुट होकर उत्सव की खुशियां बांटते हैं। शुक्रवार को अरदास और कीर्तन की मधुर स्वरलहरियों ने वातावरण को भक्ति और शांति से सराबोर कर दिया। गुरुद्वारे के अध्यक्ष प्रो. एसएम सिंह और अतिथि डॉ. जसमीत ने बताया कि इस गुरुद्वारे की स्थापना में महामना मालवीय की दूरदर्शिता और संत अत्तर सिंह का आशीर्वाद शामिल है। यह स्थान न केवल सिख समुदाय के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि सभी धर्मों के लोगों के लिए एक साझा आस्था का केंद्र है। वैशाखी के दौरान यहां आने वाले हर भक्त को लंगर के रूप में भोजन परोसा जाता है।
सामाजिक एकता का संदेश देता है आयोजन
तीन दिनों तक चलने वाला यह उत्सव न केवल धार्मिक अनुष्ठानों का केंद्र है, बल्कि यह सामाजिक एकता और सांस्कृतिक समृद्धि का भी जीवंत उदाहरण है। राजपूताना गुरुद्वारा, जो BHU की पावन बगिया का अभिन्न हिस्सा है, हर साल वैशाखी के अवसर पर यह संदेश देता है कि प्रेम, सेवा और भाईचारा ही सच्ची आध्यात्मिकता का आधार है। यह पर्व सिर्फ एक उत्सव नहीं, बल्कि एक ऐसी परंपरा है जो दिलों को जोड़ती है और समाज को एक नई ऊर्जा देती है।
