पटना, 7 अप्रैल 2025
बिहार कांग्रेस प्रमुख राजेश कुमार ने रविवार को राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव से मुलाकात की और इस साल के अंत में होने वाले राज्य चुनावों से पहले पार्टी में मतभेद की अटकलों को खारिज कर दिया। राज्य कांग्रेस प्रमुख का पद संभालने के बाद विपक्ष के नेता के साथ कुमार की पहली मुलाकात राहुल गांधी के बिहार दौरे से एक दिन पहले हुई। उनके साथ कांग्रेस विधायक दल के नेता शकील अहमद खान भी थे।
बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए कुमार ने कहा, “यह यादव के साथ एक औपचारिक बैठक थी। आगामी विधानसभा चुनावों से पहले इंडिया ब्लॉक के सभी घटकों के साथ ऐसी बैठकें नियमित रूप से आयोजित की जाएंगी। इंडिया ब्लॉक और उसके सभी सहयोगी एक ही संकल्प साझा करते हैं – सामूहिक रूप से लड़ना और देश और बिहार दोनों को बचाने के लिए एनडीए को हराना।”
कुमार ने बिहार में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के भीतर मतभेद की बात कहने वाली मीडिया रिपोर्टों को दृढ़ता से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा, “मतभेद का सवाल ही नहीं उठता। हम एकजुट हैं और आगामी विधानसभा चुनाव में हम मिलकर एनडीए को हराएंगे।” बिहार चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी के मुख्यमंत्री पद के चेहरे के बारे में पूछे जाने पर खान ने कहा, “तेजस्वी यादव विधानसभा में विपक्ष के नेता हैं। वह सभी विपक्षी दलों का प्रतिनिधित्व करते हैं और महागठबंधन के सभी घटकों के समर्थन से विधानसभा के बाहर भी ऐसा करना जारी रखेंगे।”
खान ने एनडीए नेताओं की आलोचना की, विशेष रूप से हाल ही में संसद द्वारा पारित विवादास्पद वक्फ (संशोधन) विधेयक को लेकर। उन्होंने कहा, “बीजेपी नेता इस मुद्दे पर जनरल डायर की भाषा बोल रहे हैं। बीजेपी अनपढ़ और असभ्य नेताओं से भरी पार्टी है (बीजेपी में जेलों की फौज है)। अब जेडी(यू) के नेता भी यही भावना व्यक्त कर रहे हैं। जेडी(यू) सुप्रीमो नीतीश कुमार भी बीजेपी नेताओं से अलग नहीं हैं। लोग बिल पर उनके रुख के लिए उन्हें कभी माफ नहीं करेंगे।”
जनरल डायर का संदर्भ 13 अप्रैल 1919 के जलियांवाला बाग हत्याकांड से जुड़ा है, जब डायर के नेतृत्व में ब्रिटिश सैनिकों ने अमृतसर में एक शांतिपूर्ण सभा पर गोलीबारी की थी, जिसमें सैकड़ों निहत्थे भारतीय मारे गए थे।