पटना, 22 नबंवर 2024
एक बेहद चौंकाने वाली घटना में, पटना के जक्कनपुर थाना क्षेत्र के जयप्रकाश नगर की एक महिला ने आत्महत्या कर ली, लेकिन यह कदम उठाने से पहले उसने अपने 4 वर्षीय भतीजे को अपने आवास की तीसरी मंजिल से फेंक दिया। घटना गुरुवार सुबह की है जब परिवार के बाकी सदस्य गहरी नींद में सो रहे थे। बता दे कि महिला संजू देवी, जो छठ के बाद अपने पति राजीव रंजन के साथ अपने जीजा के घर आई थी, गुरुवार की सुबह उसने अपने चार वर्षीय भतीजे अयांश को उसकी दादी के पास से उठाया, जहां वह सो रहा था। उसने चार साल के बच्चे को ले जाकर घर की तीसरी मंजिल से फेंक दिया और उसके बाद खुद भी तीसरी मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली. चीख-पुकार और शोर-शराबा सुनकर परिवार के लोग जागे तो उन्होंने चाची और भतीजे दोनों के शव फर्श पर पड़े देखे।
दोनों को अस्पताल ले जाया गया लेकिन उन्होंने दम तोड़ दिया, इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
मृतिका के पति ने उसे ‘मानसिक रूप से बीमार’ बताया इस भयावह घटना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और पुलिस को दिए बयान में मृतिका के पति और उसके ससुराल वालों ने कहा कि संजू देवी मानसिक रूप से बीमार थी. परिवार ने यह भी कहा कि संजू देवी के दो बच्चे हैं – एक दो साल का बेटा और एक चार साल की बेटी, लेकिन उन्हें लगता है कि उनके बहनोई अविनाश के बेटे अयांश को परिवार से अधिक प्यार और सम्मान मिला है। इसी कारण उसने ईर्ष्या और द्वेष के कारण अपने भतीजे की हत्या कर दी और फिर खुद भी आत्महत्या कर ली। संजू देवी के परिवार ने उनके पति और ससुराल वालों पर दहेज के लिए प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है मृतक के पति और ससुराल वालों के कहने के विपरीत, उसके अपने परिवार ने ‘मानसिक रूप से बीमार’ दावे की निंदा की है और इसके बजाय संजू देवी के पति और ससुराल वालों को अपनी बेटी की मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया है। संजू देवी के पिता के अनुसार, वह पिछले चार वर्षों से दहेज को लेकर उत्पीड़न का सामना कर रही थी और पति-पत्नी के बीच समझौता होने के बावजूद, उसके ससुराल वाले उसे परेशान करते रहे।
हालांकि, आरोपी के पति ने इन आरोपों से इनकार किया है और कहा है कि उसकी पत्नी और भतीजे की मौत आवास की तीसरी मंजिल से गिरने के बाद हुई।