
लखनऊ, 7 अप्रैल 2025 :
समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोमवार को लखनऊ में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर तीखा हमला बोला। सपा सांसद रामजी लाल सुमन को मिल रही धमकियों और उनके आवास पर हमले का जिक्र करते हुए अखिलेश यादव ने सीधे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा, “अगर हमारे सांसद के साथ कोई अनहोनी होती है, तो इसके जिम्मेदार स्वयं मुख्यमंत्री होंगे, जो ऐसे संगठनों के साथ खड़े हैं जो सांसद को धमका रहे हैं।”
गौरतलब है कि सपा सांसद रामजी लाल सुमन ने हाल ही में एक बयान में कहा था कि “बाबर को भारत आने का निमंत्रण राणा सांगा ने दिया था”, जिसके बाद से वह कई संगठनों के निशाने पर हैं। इसी पृष्ठभूमि में 27 मार्च को आगरा में उनके घर पर हमला भी हुआ।
अखिलेश यादव ने भाजपा की कार्यशैली की तुलना नाजी जर्मनी से करते हुए कहा, “जिस तरह हिटलर के समय में एक फौज लोगों को धमकाने और अपमानित करने का काम करती थी, उसी तरह भाजपा ने भी अपनी फौज तैयार की है जो लोगों को परेशान कर रही है।”
उन्होंने भाजपा पर सांप्रदायिकता फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा, “जब उनकी योजनाएं नाकाम होती हैं, तो वे लोगों का ध्यान महंगाई, बेरोजगारी और बदहाल अर्थव्यवस्था से हटाने के लिए सांप्रदायिक रास्ता अपनाते हैं।”
प्रेस वार्ता में सपा प्रमुख ने इस बात पर भी खुशी जताई कि बड़ी संख्या में लोग समाजवादी पार्टी से जुड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि ये लोग पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक), संविधान, किसानों और बहुजन समाज के अधिकारों की रक्षा के लिए सपा के साथ आए हैं।
इसके साथ ही अखिलेश यादव ने प्रधानमंत्री मुद्रा योजना को लेकर भी भाजपा नीत केंद्र सरकार पर कटाक्ष किया। उन्होंने इसे एक “झूठी योजना” बताते हुए कहा, “मुद्रा योजना को शुरू हुए दस साल हो गए, लेकिन इसका कोई ठोस सामाजिक या आर्थिक प्रभाव नहीं पड़ा है। यह सिर्फ झूठे वादों की स्कीम बनकर रह गई है।”
सपा अध्यक्ष के तीखे तेवरों और स्पष्ट चेतावनी से यह स्पष्ट है कि पार्टी अब भाजपा को हर मोर्चे पर घेरने की रणनीति पर काम कर रही है। आने वाले चुनावों की दृष्टि से यह सियासी गर्मी और भी तेज़ होती दिखाई दे रही है।






