लखनऊ, 14 दिसंबर 2025:
यूपी की राजधानी लखनऊ के आशियाना स्थित डॉ. राम मनोहर लोहिया विधि विश्वविद्यालय में रविवार को आयोजित भव्य संगठन पर्व समारोह में भाजपा के नवनिर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष पंकज चौधरी ने अपने पहले सार्वजनिक संबोधन में संगठन और कार्यकर्ताओं के प्रति गहरी प्रतिबद्धता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि संगठन मेरे लिए सर्वोपरि है और संगठन का हर आदेश मेरे लिए सर्वमान्य रहेगा।
प्रदेश भर से आए हजारों कार्यकर्ताओं के उत्साहपूर्ण स्वागत से अभिभूत पंकज चौधरी ने कहा कि उन्हें जो अपार स्नेह और विश्वास मिला वह भावनात्मक और प्रेरणादायी है। उन्होंने लखनऊ को भारतीय राजनीति का केंद्र बिंदु बताते हुए कहा कि यूपी भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का दायित्व संभालना उनके लिए गर्व, रोमांच और जिम्मेदारी का विषय है।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और संघ परिवार के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि भाजपा जैसी लोकतांत्रिक पार्टी में ही यह संभव है कि एक सामान्य कार्यकर्ता को इतनी बड़ी जिम्मेदारी सौंपी जाए। उन्होंने दो टूक कहा कि भाजपा में न परिवारवाद है, न जातिवाद। यहां सक्रिय और समर्पित कार्यकर्ता ही नेतृत्व तक पहुंचता है।
पंकज चौधरी ने अपने राजनीतिक सफर को साझा करते हुए बताया कि राजनीति में उनका प्रवेश किसी सुनियोजित योजना का परिणाम नहीं बल्कि अन्याय के खिलाफ संघर्ष की जिद से हुआ। उन्होंने गोरखपुर में डिप्टी मेयर पद से जुड़ा कानूनी संघर्ष याद करते हुए कहा कि सिविल कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक सात महीने चले संघर्ष के बाद उन्हें न्याय मिला। इसे उन्होंने लोकतंत्र और न्याय व्यवस्था की शक्ति का उदाहरण बताया।
उन्होंने बताया कि वर्ष 1991 में 26 वर्ष की आयु में भाजपा ने उन्हें महाराजगंज से लोकसभा चुनाव लड़ाने का अवसर दिया। 1991 से 2024 तक उन्होंने न तो महाराजगंज का साथ छोड़ा और न ही भाजपा का। एक ही पार्टी और एक ही संसदीय क्षेत्र से सात बार उम्मीदवार बनने का अवसर उन्हें पार्टी और जनता के विश्वास का प्रतीक लगता है।
प्रदेश अध्यक्ष ने संगठन के चार स्तंभों कार्यकर्ता, कार्यालय, कार्यक्रम और कोष का उल्लेख करते हुए कहा कि इनमें सबसे महत्वपूर्ण कार्यकर्ता है। यदि कार्यकर्ता समर्पित न हों, तो बाकी सभी व्यवस्थाएं अर्थहीन हो जाती हैं। उन्होंने कार्यकर्ताओं को अपनी वास्तविक पूंजी बताते हुए कहा कि वे उनके लिए संघर्ष करेंगे, उनकी बात सुनेंगे और समस्याओं के समाधान का हर संभव प्रयास करेंगे।
अपने नेतृत्व का मंत्र बताते हुए पंकज चौधरी ने कहा कि उनका रास्ता ‘रूल’ करने का नहीं, बल्कि एक समन्वयक, समाधानकर्ता और परिवार के मुखिया की तरह ‘रोल’ निभाने का है । संगठन, संपर्क, संवाद और समन्वय उनके नेतृत्व के चार आधार होंगे। समारोह में शंख और डमरू वादन के बीच नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष का भव्य स्वागत किया गया। भूपेंद्र चौधरी ने उन्हें पार्टी की ध्वजा सौंपकर संगठन की जिम्मेदारी सौंपी।






