लखनऊ,7 मई 2025:
भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनज़र बुधवार को उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में व्यापक स्तर पर मॉक ड्रिल और ब्लैकआउट अभ्यास किया गया। गृह मंत्रालय और डीजी सिविल डिफेंस के निर्देश पर इस अभ्यास का उद्देश्य आपातकालीन परिस्थितियों में नागरिक सुरक्षा और विभागीय समन्वय को परखना था।
मेरठ में थाना कोतवाली क्षेत्र में प्रस्तावित ब्लैकआउट से पूर्व पुलिस द्वारा मुनादी कर लोगों को सतर्क किया गया। कुछ देर बाद अधिकारियों की निगरानी में पूरा क्षेत्र अंधेरे में डूब गया।
आगरा में जैसे ही हैंड सायरन बजा, 15 से अधिक स्थानों पर घर और प्रतिष्ठानों की लाइटें बंद कर दी गईं। साकेत और गरिमा हॉस्पिटल ने मॉक ड्रिल में भाग लेते हुए पूर्ण सहयोग किया। डीजी सिविल डिफेंस ने कमियों को चिन्हित कर उन्हें दुरुस्त करने के निर्देश दिए हैं।
गोरखपुर में नागरिक सुरक्षा संगठन, पुलिस और अन्य विभागों ने विजय चौक स्थित जलन बिल्डिंग और महंत दिग्विजयनाथ पार्क में मॉक ड्रिल की। शाम 4 और 7 बजे ब्लैकआउट अभ्यास हुआ, जिसमें आम जनता ने भी सक्रिय भागीदारी निभाई। यह पहला अवसर है जब 1971 के युद्ध के बाद इतनी व्यापक मॉक ड्रिल की गई।
प्रदेश के कई जिलों को A, B और C श्रेणियों में बांट कर एक साथ यह अभूतपूर्व अभ्यास किया गया, जो आपदा प्रबंधन और सुरक्षा तैयारियों में एक मील का पत्थर साबित हुआ।