हरेंद्र दुबे
गोरखपुर, 11 जनवरी 2025:
रूहानी आवाज और दिलकश अंदाज में मस्ती भरे गीत हों या फिर मेरे राम आये हैं में श्रद्धा पिरोने का जादू… गायक जुबिन नौटियाल ने शुक्रवार रात अपनी मनमोहक प्रस्तुतियों से समां बांध दिया। लोग झूमने पर मजबूर हो गए।
मौका था ‘गोरखपुर महोत्सव-2025’ के पहले बॉलीवुड नाइट में लाइव कॉन्सर्ट का। चम्पा देवी पार्क में शुरू हुए महोत्सव में शुक्रवार रात मंच पर थे जुबिन नौटियाल। दर्शक पहली दफा जुबिन को अपने बीच पाकर उत्साहित थे। मेरी चौखट पे चल के आज चारो धाम आए हैं, बजाओ ढोल स्वागत में मेरे घर राम आए हैं… गीत की मकबूलियत से सब वाकिफ थे लेकिन एक बार फिर जुबिन ने मंच से इस गीत को अपनी आवाज दी तो महोत्सव में दर्शक झूमने लगे। तालियां गूंजी और श्रीराम के उद्घोष भी।
…फिर चल पड़ा गीतों का सिलसिला
इसके बाद तो गीतों का सिलसिला चल पड़ा। बहुत आईं-गईं यादेंं, मगर इस बार तुम्ही आना… मैं जिस दिन भुला दूं तेरा प्यार दिल से… गजब का है दिन, सोचो जरा.. मेरे सपने सभी बंद आंखों के ताले में है… मैं तेरे काबिल हूं या तेरे काबिल नहीं… गाकर जुबिन ने दर्शकों का दिल जीता।
पंजाबी गीतों से चाहने वालों में भर नया जोश
जुबिन ने गोरखपुर की जमीन पर पंजाबी गीतों से एक नया जोश भी भरा। मां तेनु अंखियां उड़ीकदीयां, दिल वाजा मारदा… से इसकी शुरुआत की और किन्ना सोना तेनु रब ने बनाया… सारी रात नींद न आवे मैनु, बड़ा तड़पावे…। पुराने हिट गीतों को भी वो अपनी आवाज का लिबास पहनाकर दर्शकों का प्यार लूटते रहे। अंत मे जुबिन ने रीमिक्स गाने, रूप तेरा मस्ताना, प्यार मेरा दिवाना… अंख लड़ जावे… गुलाबी आंखें जो तेरी देखी, शराबी ये दिल हो गया… गाकर सभी को नाचने पर मजबूर कर दिया।
सर्द माहौल में प्रस्तुतियों ने बिखेरी गर्माहट
मंच से कहा भी कि ऐसा नहीं लग रहा मैं पहली बार गोरखपुर आया हूं। फैन्स ने मोबाइल की फ्लैश लाइट जलाकर उनका स्वागत किया। गीतों के बोल के साथ दर्शक अपनी आवाज भी मिलाते रहे। दो घण्टे से भी अधिक समय तक चले गीतों के महोत्सव में झूमते दर्शक पूरी तरह सर्दी से बेफिक्र नजर आए। आयोजक भी इस जादू से सम्मोहित दिखे।