मनोरंजन डेस्क, 14 नवंबर 2025 :
हिंदी सिनेमा की दिग्गज और सबसे उम्रदराज एक्ट्रेस मानी जाने वाली कामिनी कौशल अब इस दुनिया में नहीं रहीं। 98 साल की उम्र में उनका निधन हो गया। परिवार से जुड़े एक करीबी व्यक्ति ने बताया कि कामिनी कौशल पिछले कुछ समय से उम्र से जुड़ी बीमारियों से जूझ रही थीं और उनका परिवार हमेशा लो प्रोफाइल रहा है, इसलिए वे पूरी प्राइवेसी चाहते हैं।
1946 में किया था फिल्मी दुनिया में कदम
24 फरवरी 1927 को जन्मीं कामिनी कौशल ने 1946 में अपना फिल्मी सफर शुरू किया था। वह उस दौर की मशहूर ब्लैक एंड व्हाइट फिल्मों का जाना-पहचाना चेहरा थीं। उन्होंने दिलीप कुमार, राज कपूर जैसे दिग्गज एक्टर्स के साथ स्क्रीन शेयर की और अपनी सरल लेकिन दमदार अदाकारी से दर्शकों पर गहरी छाप छोड़ी।

फिल्मों की लंबी लिस्ट, हर किरदार में कमाल
उनके करियर में कई सुपरहिट और यादगार फिल्में शामिल रहीं। शहीद, नदिया के पार, बिराज बहू, आरज़ू, शबनम, दो भाई, ज़िद्दी, आबरू, जेलर, नाइट क्लब जैसी फिल्मों में उन्होंने बेहतरीन काम किया। उनकी फिल्म नीचा नगर को पहला कान्स फिल्म फेस्टिवल में बेस्ट फिल्म का सम्मान मिला था, जो भारतीय सिनेमा के लिए भी एक बड़ा गौरव था।
टीवी पर भी बिखेरा जादू
कामिनी ने फिल्मों के साथ टीवी में भी कदम रखा। दूरदर्शन पर आने वाले सीरियल चांद सितारे में भी उन्होंने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई थी।
धर्मेंद्र की पहली ऑन-स्क्रीन पार्टनर
कामिनी कौशल, धर्मेंद्र की पहली को-स्टार थीं। धर्मेंद्र ने एक बार सोशल मीडिया पर उनकी साथ पहली मुलाकात की तस्वीर शेयर कर बताया था कि उनकी पहली फिल्म शहीद की हीरोइन कामिनी ही थीं। उन्होंने लिखा था कि उस पहली मुलाकात में दोनों के चेहरों पर मुस्कुराहट और एक प्यारी सी गर्मजोशी थी।
परिवार में छाया मातम
कामिनी कौशल अपने पीछे तीन बेटे छोड़ गई हैं जिनके नाम श्रवण, विदुर और राहुल सूद हैं। फिलहाल परिवार की ओर से आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। कामिनी कौशल का जाना हिंदी सिनेमा के लिए एक बड़ी क्षति है। उनका योगदान हमेशा याद रखा जाएगा और उनका काम आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देता रहेगा।






