लखनऊ, 7 दिसंबर 2025:
योगी सरकार ने बुंदेलखंड में मिलेट्स (श्री अन्न) को बढ़ावा देने के लिए अहम कदम उठाया है। मिलेट्स पुनरोद्धार कार्यक्रम के तहत झांसी, ललितपुर, बांदा, महोबा, जालौन और हमीरपुर इन छह जिलों में कृषि विज्ञान केंद्रों पर मिलेट्स प्रोसेसिंग, पैकेजिंग और मार्केटिंग प्लांट बनकर तैयार हो चुके हैं। अब मशीनों की खरीद और इंस्टालेशन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। अधिकारियों के मुताबिक, अगले साल से सभी प्लांट पूरी तरह शुरू हो जाएंगे, जिससे किसानों को सीधा फायदा मिलेगा।
सरकार ने हर प्लांट की स्थापना के लिए 95 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की है। इन केंद्रों का उद्देश्य किसानों को मोटे अनाज की खेती के लिए प्रोत्साहित करना, प्रोसेसिंग और पैकेजिंग की सुविधा उपलब्ध कराना और तैयार उत्पादों को बाजार तक पहुंचाने में मदद करना है।
सभी केंद्रों पर भवन निर्माण पूरा हो चुका है। अब इनमें अत्याधुनिक मशीनें लगाई जाएंगी, जिनसे मिलेट्स की साफ-सफाई, प्रोसेसिंग, ग्राइंडिंग और पैकेजिंग एक ही जगह हो सकेगी। इससे किसानों को अपनी उपज बेचने में आसानी होगी और उनकी कमाई भी बढ़ेगी।
बुंदेलखंड की जलवायु मोटे अनाजों के लिए उपयुक्त मानी जाती है। कृषि विभाग किसानों को उच्च गुणवत्ता वाले बीज उपलब्ध कराएगा, और फसल तैयार होने पर इन्हीं केंद्रों पर उसकी प्रोसेसिंग कराई जाएगी। इससे किसानों को दूर-दराज ले जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी और उन्हें बेहतर दाम भी मिलेंगे।
बांदा कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के निदेशक प्रसार डॉ. एन.के. बाजपेयी ने बताया कि छह जिलों में भवन निर्माण पूरा हो चुका है। बहुत जल्द मशीनें भी लग जाएंगी। उम्मीद है कि अगले वर्ष से किसानों की उपज की प्रोसेसिंग और पैकेजिंग का काम भी शुरू हो जाएगा। यह पहल बुंदेलखंड में मिलेट्स की खेती को नई पहचान देने और किसानों की आय बढ़ाने की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही है।






