जशपुर, 2 अप्रैल, 2025
छत्तीसगढ़ के आदिवासी बहुल जशपुर जिले में एक महिला सरपंच की मंगलवार को उसके घर पर अज्ञात लोगों ने कथित तौर पर हत्या कर दी। पुलिस ने बताया कि महिला सरपंच को गांव का प्रधान चुने जाने के एक महीने से अधिक समय हो गया था।एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि घटना दोपहर करीब 12 बजे हुई जब पीड़िता प्रभावती सिदार (37) तुमला थाना क्षेत्र के डोंगादरहा गांव में अपने घर के पीछे सब्जी के बगीचे में थी। सिदार इस साल फरवरी में हुए पंचायत चुनाव में डोंगादरहा ग्राम पंचायत के सरपंच चुने गए थे।
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार घटना के समय सिदर अपने घर पर अकेली थी। उन्होंने बताया कि वह अपने घर के सब्जी के बगीचे में नहा रही थी। जब उसकी बेटी वहां पहुंची तो उसने उसे गंभीर रूप से घायल पाया, जिसके बाद उसने शोर मचाया और परिवार के अन्य सदस्यों और ग्रामीणों को बुलाया। उन्होंने बताया कि सिदर को कोटबा के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। उन्होंने बताया कि सूचना मिलते ही पुलिस की एक टीम मौके पर पहुंच गई। बाद में फोरेंसिक विशेषज्ञों, डॉग स्क्वायड और साइबर सेल की टीमों को भी जांच में शामिल किया गया। उन्होंने कहा, “उसके चेहरे और गर्दन पर धारदार हथियार से चोट के निशान पाए गए हैं। हालांकि, उसकी मौत का सही कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पता चलेगा।” उन्होंने बताया कि इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया गया है और आगे की जांच जारी है।
पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र में चार महीने पहले एक सरपंच की हत्या ने राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया था। बीड जिले के मासाजोग गांव के सरपंच संतोष देशमुख को पिछले साल दिसंबर में एक ऊर्जा कंपनी को निशाना बनाकर की गई जबरन वसूली की कोशिश को विफल करने के प्रयास में अगवा कर लिया गया और उन्हें प्रताड़ित कर मार डाला गया। इस मामले में आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया था।