
नई दिल्ली, 11 मई 2025
भारत और पाकिस्तान के लगातार बढ़ते तनाव को कम करने और नागरिकों की सुरक्षा के चलते संघर्ष विराम की घोषणा की। इसी विराम में केवल कुछ घंटों में ही पाकिस्तान ने एक बार फिर से सीमा पर गोलीबारी करके संघर्ष विराम का उल्लंघन किया। जानकारी अनुसार पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने चीनी विदेश मंत्री वांग यी के हवाले से एक बयान जारी किया जिसमें इस्लामाबाद के लिए बीजिंग के समर्थन की पुष्टि की गई। पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री एवं विदेश मंत्री इशाक डार के साथ टेलीफोन पर बातचीत में वांग ने कहा कि चीन पाकिस्तान की “संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता और राष्ट्रीय स्वतंत्रता” की रक्षा में उसके साथ “दृढ़ता से खड़ा” रहेगा। पाकिस्तानी बयान के अनुसार, डार ने वांग को अस्थिर क्षेत्रीय स्थिति और जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए घातक आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच हुई हालिया गोलीबारी के बारे में जानकारी दी। वांग ने कथित तौर पर पाकिस्तान के “संयम” और “चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में उसके जिम्मेदाराना दृष्टिकोण” की सराहना की।
बयान में वांग के हवाले से कहा गया, “पाकिस्तान के सदाबहार रणनीतिक सहयोगी साझेदार और अटल मित्र के रूप में चीन पाकिस्तान को समर्थन देना जारी रखेगा।” डार ने तुर्की के विदेश मंत्री हकन फिदान से भी बात की और उन्हें क्षेत्रीय घटनाक्रम की जानकारी दी।
संघर्ष विराम उल्लंघन के जवाब में, भारत के विदेश मंत्रालय (MEA) ने एक तीखा बयान जारी कर पाकिस्तान पर दोनों देशों के सैन्य संचालन महानिदेशकों (DGMOs) के बीच उस दिन पहले बनी सहमति का उल्लंघन करने का आरोप लगाया।
विदेश मंत्रालय ने कहा, “पिछले कुछ घंटों से लगातार उल्लंघन हो रहे हैं… यह आज पहले बनी सहमति का उल्लंघन है।” इसमें कहा गया है कि भारतीय सशस्त्र बल “पर्याप्त और उचित तरीके से” जवाब दे रहे हैं और उन्हें हाई अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया गया है।
विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान से जिम्मेदारी से काम करने और उल्लंघन रोकने का आह्वान किया तथा चेतावनी दी कि भारत भविष्य में अंतर्राष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर किसी भी घटना से सख्ती से निपटेगा।