देहरादून, 14 जुलाई 2025:
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून के बल्लीवाला क्षेत्र में धार्मिक एवं सामाजिक संस्थाओं द्वारा आयोजित ‘भ्रष्टाचार मुक्त उत्तराखंड’ सम्मान समारोह में भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने उपस्थित लोगों को भ्रष्टाचार मुक्त प्रदेश की शपथ दिलाई और राज्य सरकार द्वारा पारदर्शी व जवाबदेह शासन व्यवस्था के लिए किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह समारोह केवल एक सम्मान नहीं, बल्कि उत्तराखंड को भ्रष्टाचार से मुक्त बनाने के अभियान का उत्सव है। उन्होंने इसे प्रदेश की सवा करोड़ जनता के ईमानदार प्रयासों और सहभागिता की जीत बताया। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति के तहत तकनीक के व्यापक उपयोग से शासन में पारदर्शिता लाई है। ऑनलाइन ट्रांसफर प्रक्रिया, परीक्षा प्रणाली की निगरानी, सीएम हेल्पलाइन 1905 और भ्रष्टाचार विरोधी शिकायत हेल्पलाइन 1064 जैसी पहल इसी दिशा में किए गए कदम हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भर्ती परीक्षाओं में अनियमितताओं, ट्रांसफर-पोस्टिंग में भ्रष्टाचार तथा योजनाओं में कमीशनखोरी जैसे मामलों में सख्त कार्रवाई की गई है। पिछले तीन वर्षों में 200 से अधिक भ्रष्ट अधिकारियों को जेल भेजा गया है, जबकि चार वर्षों में 24 हजार से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी दी गई है।
उन्होंने कहा कि समान नागरिक संहिता, सख्त नकल विरोधी कानून, लव जिहाद और लैंड जिहाद के खिलाफ कठोर कार्रवाई तथा धर्मांतरण और दंगारोधी कानूनों ने शासन को मजबूती दी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन कदमों से स्पष्ट होता है कि यदि इच्छाशक्ति प्रबल हो, तो किसी भी चुनौती से निपटा जा सकता है।
मुख्यमंत्री धामी ने “ऑपरेशन कालनेमि” की भी जानकारी दी, जिसके तहत छद्म वेशधारी तत्वों की पहचान कर कार्रवाई की जा रही है। अब तक 200 से अधिक संदिग्ध पकड़े गए हैं, जिनमें कई बांग्लादेशी घुसपैठिए भी शामिल हैं। उन्होंने जनता से अपील की कि ऐसे तत्वों की सूचना तुरंत पुलिस को दें। समारोह में विधायक खजान दास, स्वामी चिदानंद सरस्वती, किशन गिरी महाराज, राकेश ऑबेरॉय, पंकज गुप्ता समेत विभिन्न धार्मिक एवं सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि मौजूद रहे।