
केदारनाथ, 15 जून 2025
उत्तराखंड के केदारनाथ धाम में हुए हेलीकॉप्टर क्रैश के बाद राज्य सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चार धाम यात्रा में हेलीकॉप्टर सेवाओं पर अगली सूचना तक रोक लगाने का आदेश दिया है। हादसे में 7 लोगों की मौत हो गई, जिनमें एक पायलट, पांच यात्री और एक बच्ची शामिल है। हादसा गौरीकुंड के पास हुआ जब हेलीकॉप्टर गुप्तकाशी लौट रहा था और खराब मौसम के चलते नियंत्रण खो बैठा।
मुख्यमंत्री ने हादसे पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए हेलीकॉप्टर सेवाओं की तकनीकी और सुरक्षा समीक्षा के लिए विशेषज्ञों की एक उच्च स्तरीय समिति गठित करने के निर्देश दिए हैं। समिति हेली सेवाओं की सुरक्षा, संचालन प्रक्रिया, तकनीकी स्थिति और मौसम संबंधी कारकों की गहन जांच करेगी। सीएम ने कहा कि अब उड़ान से पहले हेलीकॉप्टर की तकनीकी जांच और मौसम की जानकारी अनिवार्य होगी।
राज्य सरकार द्वारा तैयार किए जाने वाले नए एसओपी (स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर) में पारदर्शिता और सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी। अगर किसी संस्था या व्यक्ति की लापरवाही सामने आती है, तो उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
यह हादसा पिछले एक महीने में उत्तराखंड में हुई तीसरी हेलीकॉप्टर दुर्घटना है। इससे पहले 8 मई को उत्तरकाशी में और 17 मई को केदारनाथ में भी हेलीकॉप्टर क्रैश हो चुके हैं। 7 जून को एक और हेलीकॉप्टर को तकनीकी खराबी के कारण सड़क पर आपात लैंडिंग करनी पड़ी थी।
इस सिलसिलेवार घटनाओं ने हवाई सेवाओं की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं, जिसके चलते सरकार ने यह सख्त फैसला लिया है। वर्तमान में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पुलिस राहत और बचाव कार्यों में जुटी हुई हैं।






