गोरखपुर, 18 नवंबर 2025:
सीएम योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को फॉरेंसिक लैब की हाईटेक बिल्डिंग (जी+6) का लोकार्पण किया। इस दौरान सीएम ने कहा कि यह लैब मॉडर्न पुलिस के लिए गेम चेंजर सिद्ध होगी। यहां डीएनए टेस्ट की सुविधा भी उपलब्ध होगी। इससे पूर्व सीएम ने SIR के तहत फार्म भरकर सौंपा।
सीएम योगी ने कहा कि अक्सर होता था कि अपराधी अपराध करता था और अपराध के बाद साक्ष्य इकट्ठे होते भी थे तो उस अपराधी को सजा इसलिए नहीं दे पाते थे क्योंकि अच्छी लैब्स नहीं थीं। वर्ष 2017 में देश की सबसे बड़ी आबादी के राज्य में मात्र 4 FSL लैब थीं। हमने 8 वर्षों में 4 FSL लैब को बढ़ाकर 12 करने में सफलता प्राप्त की। हम लोगों ने लखनऊ में यूपी स्टेट फॉरेंसिक साइंस इंस्टीट्यूट (UPSIFS) का गठन भी किया है।
सीएम ने कहा कि यह नया उत्तर प्रदेश है, अपराध को स्वीकार नहीं करता है। अगर कहीं छिनैती या लूट की घटना घटित हो गई तो कुछ ही घंटे में अपराधी जेल के शिकंजे में होता है और लंगड़ाता हुआ चलता दिखाई देता है। आज प्रदेश के अंदर सुरक्षा का वातावरण होने के कारण 35 फीसदी से अधिक महिलाएं कामकाजी बन चुकी हैं।
इससे पूर्व सीएम ने विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के अंतर्गत अपना गणना प्रपत्र स्वयं भरकर उपलब्ध कराया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि सशक्त लोकतंत्र की नींव हैं ‘सत्यापित मतदाता’। आप सभी SIR फॉर्म अवश्य भरें। आपका यह छोटा सा प्रयास भारत के लोकतंत्र को मजबूत करेगा।






