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सीएम बोले… ऑपरेशन सिंदूर से दुनिया ने किया भारत की ताकत का एहसास

लखनऊ, 8 मई 2025:

यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को लोक भवन सभागार में नव चयनित 543 माध्यमिक शिक्षकों को नियुक्ति पत्र दिए वहीं राजकीय इंटर कॉलेजों के 23 मिनी स्टेडियम की आधार शिला रखी। इस दौरान उन्होंने शिक्षकों को छात्रों का भविष्य संवारने को प्रेरित किया और ऑपरेशन सिंदूर की चर्चा कर नए भारत की ताकत का एहसास भी कराया।

माध्यमिक शिक्षकों को सौंपे नियुक्ति पत्र, 23 कॉलेजों को मिलेंगे मिनी स्टेडियम

सीएम के हाथों नियुक्ति पत्र पाने वालों में राजकीय माध्यमिक विद्यालयों के 494 सहायक अध्यापकों (एलटी) एवं 49 प्रवक्ता शामिल रहे। इनका चयन उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग’ द्वारा किया गया था।
सीएम ने अटल टिंकरिंग व आईसीटी लैब योजना से लैस विद्यालयों के प्रधानाचार्यों को प्रमाण-पत्र प्रदान किए। सीएम ने राजकीय इंटर कॉलेजों के 23 मिनी स्टेडियम का शिलान्यास भी किया।

ऑपरेशन सिंदूर में मांद में घुसकर दिया जवाब

सीएम ने कहा कि भारत किसी को छेड़ता नहीं है, लेकिन कोई हमारे नागरिकों को छेड़ता है, उनकी सुरक्षा में सेंध लगाता है तो नया भारत उसको छोड़ता भी नहीं है। हमारा यही इतिहास रहा है। फिर भी कोई देश हमारी आंतरिक सुरक्षा में सेंध लगाकर नागरिक के जीवन से खिलवाड़ करता है तो हम उसकी मांद में घुसकर जवाब देते है। ऑपरेशन सिंदूर ने पूरी दुनिया को भारत की ताकत का एहसास करा दिया है और आगे भी कराता रहेगा। नया भारत विकसित भारत की आधार शिला पर खड़ा है।

यूपी में पहचान का संकट खत्म हुआ

विगत आठ वर्षों में आठ लाख से अधिक नौजवानों को प्रदेश की विभिन्न सेवाओं में सरकारी नियुक्ति पत्र प्रदान किया है। अकेले माध्यमिक शिक्षा में यह संख्या 40 हजार तक पहुंच रही है। आज उत्तर प्रदेश वासियों के सामने पहचान का संकट नहीं है। नौजवान अपनी पहचान को अब छिपाता नहीं है। प्रत्येक क्षेत्र में आज प्रदेश ने ‘नए भारत के नए उत्तर प्रदेश’ के रूप में अपनी पहचान बनाई है

14 दिन में सम्पन्न हुई 56 लाख छात्रों की परीक्षा

माध्यमिक शिक्षा परिषद के 56 लाख परीक्षार्थियों की परीक्षा मात्र 14 दिन के अंदर संपन्न की जा सकती है। यह अपने आप में एक उदाहरण है। हम लोग मिनी स्टेडियम के निर्माण के कार्यक्रम को आगे बढ़ा रहे हैं। कई संस्थाओं में हम लोगों ने इस कार्य को आगे बढ़ाया है, जिससे बच्चे केवल पठन-पाठन तक ही सीमित न रहें।

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