हरेंद्र दुबे
गोरखपुर, 22 जून 2025:
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर प्रवास के दौरान रविवार की सुबह जनता दर्शन में लोगों की शिकायतें सुनीं। कई जिलों से आए फरियादियों से सीएम ने उनकी शिकायत सुनकर अफसरों को तत्काल उनके निस्तारण के निर्देश जारी किए।
शिकायतों के निस्तारण में अफसरों की हीलाहवाली बर्दाश्त नहीं की जाएगी

गोरखनाथ मंदिर परिसर के महंत दिग्विजयनाथ स्मृति भवन के सामने हुए ‘जनता दर्शन’ में आए प्रत्येक व्यक्ति से व्यक्तिगत रूप से मिले और उसकी समस्या की जानकारी ली। उन्होंने आश्वस्त किया कि सरकार और उसका तंत्र उनकी समस्याओं को न्यायोचित ढंग से हल करेगा। सीएम के जनता दर्शन में कई जिलों से सभी समुदायों के फरियादी पहुंचे थे। इनसे शिकायती पत्र लेकर सीएम ने सम्बंधित अधिकारी को प्राथमिकता के आधार पर समस्याओं को निश्चित समयावधि में निस्तारण करने के निर्देश दिए। सीएम ने फरियादियों को आश्वस्त किया कि सबको न्याय मिलेगा। अधिकारियों को निर्देशित किया कि हर पीड़ित की समस्या पर तत्काल कार्रवाई होनी चाहिए। इसमें हीलाहवाली बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
जमीन पर कब्जे की शिकायतों पर बोले…दबंगों को कानूनी सबक सिखाएं
जनता दर्शन में आईं जमीन कब्जा संबंधी शिकायतों पर मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि गरीबों की जमीन कब्जामुक्त कराएं और अवैध कब्जा करने वाले दबंगों को कानूनी सबक सिखाएं। उन्होंने कहा कि किसी की जमीन पर अवैध कब्जा करने वाले भूमाफिया और कमजोरों को उजाड़ने वाले दबंग किसी भी दशा में बख्शे न जाएं। उनके खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत कठोर कानूनी कार्रवाई करें।
इलाज में धन की कमी नहीं आने देगी सरकार
जनता दर्शन में कई लोग इलाज के लिए आर्थिक सहायता की गुहार लेकर पहुंचे थे। सीएम ने उन्हें आश्वस्त किया कि सरकार इलाज के लिए भरपूर मदद करेगी। उनके प्रार्थना पत्रों को अधिकारियों को सौंपते हुए कहा कि इलाज से जुड़ी इस्टीमेट की प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूर्ण करा कर शासन में उपलब्ध कराया जाए। इस दौरान व्हीलचेयर पर आए एक व्यक्ति को देखकर मुख्यमंत्री भावुक हो गए। उन्होंने आश्वस्त किया इलाज में सरकार धन की कमी आड़े नहीं आने देगी।
मंदिर आए बच्चों को दुलारकर थमाया चॉकलेट

गोरखनाथ मंदिर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की रविवार सुबह की दिनचर्या परम्परागत रही। गुरु गोरखनाथ का दर्शन पूजन करने तथा अपने गुरुदेव ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की समाधि पर मत्था टेकने के बाद वह मंदिर परिसर का भ्रमण करने निकले। इस दौरान उनकी नजर परिजनों के साथ मंदिर आए बच्चों पर पड़ी तो उन्होंने बच्चों को पास बुला लिया। नाम और पढ़ाई के बारे में पूछा और उन्हें दुलारकर चॉकलेट दिया।






