
लखनऊ, 18 मई 2025:
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि प्रदेश के हर गांव में एक ग्राम वन जिससे पर्यावरण संरक्षण को मजबूत आधार मिले। इसके अलावा गांवों में ग्रीन चौपाल लगाई जाए जिसमें ग्रामीणों को पर्यावरण के अनुकूल जीवनशैली के उपाय बताए जाएं। इसके अलावा कुकरैल नाइट सफारी के लिए एक सप्ताह में ठेकेदार के चयन करने का निर्देश दिया।
50 करोड़ पौधों की नर्सरी तैयार करें, एक से सात जुलाई के बीच रोपित होंगे 35 करोड़ पौधे
सीएम शनिवार की देर शाम अपने सरकारी आवास पर पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग और उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। इस दौरान कई अहम फैसले लिए गए और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश जारी किए। आगामी एक से सात जुलाई के बीच वृहद पौधरोपण अभियान पूरी तैयारी, समन्वय और जनभागीदारी के साथ संचालित किया जाए। इसके अंतर्गत वर्ष 2025 में 35 करोड़ पौधरोपण का लक्षित अभियान चलेगा। साथ ही, संबंधित विभागीय मंत्रियों को पौधरोपण अभियान की पूर्व तैयारी की गहन समीक्षा करने और अभियान की सफलता के लिए न्यूनतम 50 करोड़ पौधों की नर्सरी तैयार रखने के निर्देश दिए हैं।
हर गांव में हो ग्राम वन, ग्रीन चौपाल की कार्ययोजना बनाएं
प्रत्येक गांव में कम-से-कम एक ‘ग्राम-वन’ की स्थापना अनिवार्य रूप से सुनिश्चित की जाए। ‘ग्रीन चौपाल’ की संरचना और क्रियान्वयन की विस्तृत कार्ययोजना शीघ्र तैयार की जाए। सभी नगरीय निकायों एवं ग्राम पंचायतों में ‘ग्रीन चौपाल’ का आयोजन किया जाए। इसके माध्यम से पर्यावरण-अनुकूल जीवनशैली अपनाने, कृषि वानिकी तथा टिकाऊ कृषि मॉडल को प्रोत्साहित करने और पारम्परिक पर्यावरणीय ज्ञान को पुनर्स्थापित करने के प्रयास हों।
जिलों में मेंटेन हो जैव विविधता रजिस्टर
उत्तर प्रदेश जैव विविधता की दृष्टि से अत्यंत समृद्ध है। हर जिले की अपनी कोई न कोई विशिष्टता है। कहीं विरासत वृक्ष हैं, तो कहीं विविध प्रजातियों के वन्य जीव। इन सभी तत्वों का विधिवत दस्तावेजी- करण आवश्यक है। इसी उद्देश्य से प्रत्येक ग्राम पंचायत और नगरीय निकाय में ‘जैव विविधता रजिस्टर’ तैयार कराया जाए।
कुकरैल नाइट सफारी के लिए एक सप्ताह में हो ठेकेदार का चयन
वर्ष 2030 तक प्रदेश के हरित आवरण को 20 प्रतिशत तक ले जाना है। उन्होंने निर्माणाधीन कुकरैल नाइट सफारी की अद्यतन स्थिति की समीक्षा करते हुए कहा कि ठेकेदार की चयन प्रक्रिया अगले एक सप्ताह में पूरी कर ली जाए
पर्यावरण संरक्षण केवल शासन की नहीं, बल्कि समाज की सामूहिक जिम्मेदारी है।
गांगेय डॉल्फ़िन की संख्या पर जताई खुशी
सीएम ने भारत में पाई जाने वाली कुल 6,327 गांगेय डॉल्फ़िन में से 2,397 उत्तर प्रदेश में होने पर खुशी जताई। कहा कि ये संख्या देश में सर्वाधिक है। उन्होंने इस दिशा में हुए प्रयासों की सराहना करते हुए संरक्षण की गतिविधियों को निरन्तर जारी रखने के निर्देश दिए।






