लखनऊ,1 अप्रैल 2025
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सड़क पर नमाज अदा करने को लेकर स्पष्ट रुख अपनाते हुए कहा कि यह स्वीकार्य नहीं है। साथ ही, उन्होंने कांवड़ यात्रा पर भी अपनी राय रखी और वक्फ (संशोधन) विधेयक का समर्थन करते हुए वक्फ संपत्तियों के दुरुपयोग पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि इन संपत्तियों से किसी गरीब मुसलमान का भला नहीं हुआ है।
समाचार एजेंसी पीटीआई को दिए इंटरव्यू में सीएम योगी ने कहा, “सड़कें चलने के लिए होती हैं और जो लोग सड़कों पर धार्मिक आयोजनों को सही ठहराते हैं, उन्हें हिंदुओं से अनुशासन सीखना चाहिए। प्रयागराज में 66 करोड़ लोग महाकुंभ में आए, लेकिन कहीं कोई लूटपाट, आगजनी, छेड़छाड़ या तोड़फोड़ नहीं हुई। त्योहार और उत्सव उदंडता का माध्यम नहीं बनने चाहिए। अगर आप सुविधा चाहते हैं, तो अनुशासन का पालन भी करना सीखें।”
कांवड़ यात्रा और मुस्लिम जुलूसों की तुलना पर सीएम ने कहा, “कांवड़ यात्रा सड़क पर ही चलेगी, क्योंकि इसका यही मार्ग है। हमने कभी परंपरागत मुस्लिम जुलूसों को नहीं रोका। मुहर्रम के जुलूस भी निकलते हैं, लेकिन सुरक्षा के मद्देनजर ताजिए का साइज छोटा रखने की सलाह दी जाती है। हाईटेंशन तारों के कारण कोई खतरा न हो, इसलिए यह ज़रूरी है। इसी तरह, कांवड़ यात्रा में भी डीजे की ध्वनि सीमा तय की जाती है। कानून सभी के लिए बराबर लागू होता है।”
उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा, “ईद के मौके पर कौन सा प्रदर्शन किया जाता है? नमाज के नाम पर घंटों सड़क जाम करना उचित नहीं है। नमाज पढ़ने के लिए ईदगाह और मस्जिद हैं, न कि सड़क। इसे रोकने का फैसला सही है।”
वक्फ (संशोधन) विधेयक पर बोलते हुए सीएम योगी ने कहा कि यह कानून पारदर्शिता और सुधार लाने के लिए लाया गया है। उन्होंने धार्मिक अनुशासन और कानून के समान पालन पर जोर देते हुए कहा कि किसी भी समुदाय को विशेषाधिकार नहीं दिया जा सकता।