
कानपुर, 3 सितंबर 2025:
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को आईआईटी कानपुर पहुंचे और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एवं सस्टेनेबिलिटी पर केंद्रित समन्वय कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने इंडस्ट्री और अकादमिक जगत को एकजुट होकर आधुनिक अध्ययन, नवाचार और शोध कार्यों को आगे बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चेतन मन से आधुनिक अध्ययन, अवचेतन मन से नवाचार और अचेतन मन से शोध एवं अनुसंधान संभव है। उन्होंने भारत की आर्थिक प्रगति का उल्लेख करते हुए कहा कि 300 वर्ष पूर्व भारत दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था था, लेकिन 1947 तक उसका योगदान वैश्विक जीडीपी में मात्र दो प्रतिशत रह गया। आज भारत चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। जल्द ही इसे दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य है, जिसके लिए तकनीक, अनुसंधान और उत्पादन क्षेत्र में आत्मनिर्भरता आवश्यक है।

सीएम योगी ने बताया कि हाल ही में उन्होंने नोएडा स्थित आईआईटी के ड्रोन टेक्नोलॉजी सेंटर का निरीक्षण किया, जिसकी तकनीक का उपयोग ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में भी हुआ। उन्होंने यह भी कहा कि आईआईटी का मेडटेक सेंटर अगले वर्ष तक बड़ी उपलब्धि के रूप में सामने आएगा।
उन्होंने ने याद दिलाया कि उत्तर प्रदेश 1964 तक देश की नंबर वन अर्थव्यवस्था था, जो 2016-17 तक आठवें स्थान पर चला गया था। अब प्रदेश दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है। इसे आगे बढ़ाने के लिए तकनीक और उद्योग के साथ मिलकर काम करना जरूरी है।
उन्होंने आईआईटी कानपुर को नोएडा में प्रस्तावित डीपटेक सेंटर का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी सौंपी। कहा कि इसके लिए सरकार जमीन उपलब्ध करा चुकी है। कार्यक्रम में आईआईटी कानपुर के निदेशक प्रो. महेंद्र अग्रवाल ने बताया कि कार्यक्रम 300 से अधिक उद्योग प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इस अवसर पर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री राकेश सचान, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज के चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर डॉ. हैरिक विन, आईआईटी के उपनिदेशक प्रो. बृजभूषण आदि मंच पर मौजूद थे।






