हरिद्वार, 23 दिसंबर 2025:
उत्तराखंड के हरिद्वार जनपद अंतर्गत झबरेड़ा क्षेत्र में लंबे समय से जारी अघोषित बिजली कटौती अब राजनीतिक और प्रशासनिक हलकों में चर्चा का बड़ा विषय बन गई है। लगातार हो रही लंबी बिजली कटौती से परेशान आम जनता के साथ अब जनप्रतिनिधि भी खुलकर सामने आ गए हैं। कांग्रेस विधायक वीरेंद्र जाती ने बिजली विभाग की कथित उदासीनता के खिलाफ ऐसा कदम उठाया जिसने पूरे क्षेत्र में हलचल मचा दी।
कई दिनों से झबरेड़ा और आसपास के इलाकों में बार-बार बिजली आपूर्ति बाधित हो रही थी। कभी दिन में तो कभी रात के समय घंटों बिजली गुल रहने से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। व्यापारियों का कामकाज प्रभावित होने के साथ घरेलू कार्य और बच्चों की पढ़ाई तक बाधित होने लगी। स्थानीय लोगों का कहना है कि बिजली कटौती की कोई पूर्व सूचना नहीं दी जाती, जिससे परेशानी और बढ़ जाती है।

इस समस्या को लेकर विधायक वीरेंद्र जाती ने कई बार बिजली विभाग के अधिकारियों से फोन पर संपर्क किया और बैठकों के माध्यम से समाधान की मांग भी की। हालांकि, बार-बार शिकायतों के बावजूद हालात में कोई ठोस सुधार नहीं हुआ। विभाग की ओर से न तो स्थायी समाधान निकला और न ही कटौती के कारणों को लेकर कोई स्पष्ट जानकारी दी गई।
इस समस्या से त्रस्त होकर विधायक ने विरोध का एक अलग और सख्त तरीका अपनाया। क्षेत्र में बिजली आपूर्ति बहाल न होने पर उन्होंने बिजली विभाग के कुछ अधिकारियों के घरों के विद्युत कनेक्शन कटवाने के निर्देश दिए। विधायक का कहना था कि तब तक व्यवस्था में सुधार की उम्मीद नहीं की जा सकती जब तक अधिकारी वही स्थिति महसूस नहीं करेंगे जिससे आम जनता रोज गुजर रही है।
विधायक के इस कदम को लेकर क्षेत्र में मिली-जुली प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। कुछ स्थानीय लोग इसे जनता के हित में उठाया गया साहसिक और प्रभावी कदम बता रहे हैं। वहीं कुछ लोग इसे नियमों के विरुद्ध और प्रतीकात्मक राजनीति करार दे रहे हैं। दूसरी ओर बिजली विभाग के अधिकारियों में इस कार्रवाई से हड़कंप मच गया है। मामले को लेकर विभागीय स्तर पर मंथन शुरू हो गया है। फिलहाल यह पूरा घटनाक्रम झबरेड़ा क्षेत्र में चर्चा का केंद्र बना हुआ है।






